गोपालगंज में बहन की डोली उठते ही आई युवक की मौत की खबर, शादी में घर सजाने की हसरत रह गई अधूरी

Gopalganj News किस्‍मत ने उसके साथ ऐसा खेल किया कि बहन की मांग में सिंदूर पड़ने से पहले ही उसकी मौत हो गई और डोली निकलने के तुरंत बाद अर्थी निकल गई। यह घटना गोपालगंज जिले के कटेया के मोहनपुर गांव में हुई।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:51 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 12:01 PM (IST)
गोपालगंज में बहन की डोली उठते ही आई युवक की मौत की खबर, शादी में घर सजाने की हसरत रह गई अधूरी
गोपालगंज में शादी समारोह के दौरान हो गया हादसा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

कटेया (गोपालगंज), संवाद सूत्र। हर भाई की चाहत होती है कि उसकी बहन की शादी खूब धूमधाम से हो। वह अपनी बहन की शादी के लिए आंगन को खूब सजाए। लेकिन गोपालगंज जिले में एक युवक की यह चाहत पूरी नहीं हो सकी। किस्‍मत ने उसके साथ ऐसा खेल किया कि बहन की मांग में सिंदूर पड़ने से पहले ही उसकी मौत हो गई और डोली निकलने के तुरंत बाद अर्थी निकल गई। यह घटना गोपालगंज जिले के कटेया के मोहनपुर गांव में हुई।

करेंट लगने से हो गई भाई की मौत

बहन की शादी की तैयारी में लगे भाई की करंट लगने से मौत हो गई। हालांकि इस दौरान भाई की मौत की जानकारी दिए बगैर जल्दी-जल्दी में शादी की रस्मों को पूरी कर ली गई। बहन की डोली उठने के बाद भाई की अर्थी उठी। बताया जाता है कि कटेया थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव निवासी सच्चिदा भगत की लड़की की शादी थी।

डेकोरेशन करने के दौरान हो गया हादसा

थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द गांव से आई बरात लड़की के दरवाजे पर लग रही थी। दुल्हन का भाई सहाजन भगत बरात में आए मेहमानों की स्वागत की तैयारी में लगा हुआ था। उसके घर पर डेकोरेशन हो रहा था। डेकोरेशन में करंट नहीं आ रहा था। तभी 26 वर्षीय भाई सहाजन भगत डेकोरेशन में करंट की सप्लाई करने चला गया। इसी दौरान वह बिजली की करंट की चपेट में आ गया। लोग आनन-फानन में उसे इलाज के लिए देवरिया जिला अस्पताल ले गए।

डोली उठते ही अस्‍पताल से आई मौत की खबर

इधर, बहन की जल्दी जल्दी शादी की रस्म पूरी कर उसे डोली पर बिठाकर विदा कर दिया गया। बहन की विदाई होने के कुछ ही देर बाद परिजनों को सूचना मिली की सहजन की मौत हो गई है। युवक के शव को देवरिया स्पताल से घर लाया गया। बहन की डोली उठने की कुछ ही देर बाद भाई की अर्थी उठी।

chat bot
आपका साथी