बोर्ड ने दिया मंदिरों को खोलने का निर्देश, बच्चे-बुजुर्ग को अनुमति नहीं

बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड ने सभी मंदिरों को खोलने का निर्देश दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि अभी 10 साल से छोटे बच्चे और 65 साल से अधिक बुजुर्ग मंदिर में नहीं जा सकेंगे। मंदिर में एक स्थान पर पांच से अधिक श्रद्धालु जमा नहीं होंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 07:55 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 07:55 AM (IST)
बोर्ड ने दिया मंदिरों को खोलने का निर्देश, बच्चे-बुजुर्ग को अनुमति नहीं
बोर्ड ने दिया मंदिरों को खोलने का निर्देश, बच्चे-बुजुर्ग को अनुमति नहीं

पटना । बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड ने सभी मंदिरों को खोलने का निर्देश दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि अभी 10 साल से छोटे बच्चे और 65 साल से अधिक बुजुर्ग मंदिर में नहीं जा सकेंगे। मंदिर में एक स्थान पर पांच से अधिक श्रद्धालु जमा नहीं होंगे। प्रवेश द्वारा पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। मास्क पहने श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन भी अपने स्तर से मास्क वितरण की व्यवस्था करेगा।

नहीं बजेंगे घंटे : मंदिरों में लगाए गए घंटे अभी नहीं बजाए जाएंगे। सभी घंटे में कपड़े बंधे होंगे। मंदिर में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में केवल तुलसी पत्तियां डालकर श्रद्धालुओं को सौंप दिया जाएगा। चरणामृत का वितरण अभी नहीं किया जाएगा। सुरक्षाकर्मी इस बात का ख्याल रखेंगे कि श्रद्धालुओं की भीड़ जमा नहीं हो।

त्योहारों पर प्रशासन का सहयोग जरूरी : बोर्ड अध्यक्ष ने मंदिर ट्रस्टों को विशेष निर्देश दिया कि त्योहार के मौके पर स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर उसकी समुचित रूपरेखा तैयार कर लें। इससे केंद्र सरकार के मानकों का ठीक से पालन किया जा सकेगा।

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महावीर मंदिर में आए 20 हजार भक्त, तीन हजार किलो बिका नैवेद्यम

जासं, पटना : कोरोना संक्रमण के बीच अनलॉक-4 के तहत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार शहर के मंदिरों के द्वार भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में मंगलवार को खूब रौनक रही।

भक्तों ने मंगलवार को सुबह पांच बजे से ही अपने आराध्य के दर्शन किए। मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि बारिश के कारण लोग उम्मीद से कम आए। इसके बावजूद 20 हजार से अधिक लोगों ने भगवान के दर्शन किए। करीब तीन हजार किलो नैवेद्यम की बिक्री हुई। आचार्य ने बताया कि अगर बारिश नहीं होती तो नैवेद्यम की बिक्री का आंकड़ा सात से आठ हजार किलो तक जाता। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में कर्मकांड और धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। श्रद्धालु अब रुद्राभिषेक के लिए भी आने लगे हैं। मंदिर में आने वाले लोगों के लिए जगह-जगह पर सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं। बगैर थर्मल स्क्रीनिंग के भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

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