मतदाताओं की घर-घर जाकर जांच करेंगे बीएलओ, भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बिहार में कवायद शुरू
आयोग ने निर्देश दिया है कि प्रारूप प्रकाशन के पहले सीईओ द्वारा सभी बीएलओ अपने बूथों पर भ्रमण किया जाएगा। बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है कि वह अपने बूथ का फोटो के अलावा अक्षांस व देशांतर को गरूणा एप पर कैप्चर करा दें।
पटना, राज्य ब्यूरो। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने नए मतदाताओं के नाम शामिल करने को लेकर मतदाता सूची के पुनरीक्षण (Voter list revision) का कार्यक्रम मंगलवार को जारी कर दिया। आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को निर्देश दिया है कि एक नवंबर को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन कर दें। पुनरीक्षण कार्यक्रम आरंभ होने के पहले नौ अगस्त तक मतदाता सूची में दोहरे मतदाताओं के नाम या अन्य प्रकार की त्रुटियां हैं तो उसे दूर करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने 31 अक्टूबर तक बूथ लेवल आफिसर को घर-घर जाकर मतदाताओं की जांच सुनिश्चित कराने का टास्क दिया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वह राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्र के बूथों का ऐसे निर्धारण कर लें, जिससे किसी भी बूथ पर 1500 से अधिक मतदाता नहीं रहें।
आयोग ने हर विधानसभा में पहली जनवरी 2022 के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का कार्यक्रम तैयार करने का निर्देश सीईओ को दिया है। इसमें बताया गया राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन एक नवंबर 2021 को कर दिया जाएगा। इस बीच में पहली से 30 नवंबर तक मतदाताओं से दावा-आपत्ति का आवेदन पत्र प्राप्त किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा विशेष अभियान चलाया जा सकता है। आयोग ने सीईओ को निर्देश दिया है कि 20 दिसंबर तक मतदाताओं द्वारा किए गए दावा-आपत्ति का निबटारा कर लिया जाएगा। आयोग ने पांच जनवरी 2022 को सभी विधानसभा क्षेत्रों के अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि तय कर दी है।
आयोग ने निर्देश दिया है कि प्रारूप प्रकाशन के पहले सीईओ द्वारा सभी बीएलओ अपने बूथों पर भ्रमण किया जाएगा। बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है कि वह अपने बूथ का फोटो के अलावा अक्षांस व देशांतर को गरूणा एप पर कैप्चर करा दें। सीईओ को निर्देश दिया गया है कि वह राज्य के सभी राजनीतिक दलों के साथ भी बैठक कर इसकी जानकारी दे दें।