बिहार में नीतीश सरकार के चार साल पर सुशील मोदी ने उठाए सवाल; बोले- मतभेद हैं, पर पूरा होगा कार्यकाल

Bihar Politics सुशील मोदी ने कहा कि राजग के घटक दलों में मतभेद रहे लेकिन इससे सरकार की स्थिरता और गवर्नेंस पर कोई असर नहीं पड़ा। लोग भूले नहीं हैं कि जब बीच के चार साल भाजपा और जदयू अलग रहे तब बिहार का विकास किस तरह बेपटरी हुआ।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 09:01 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 09:01 AM (IST)
बिहार में नीतीश सरकार के चार साल पर सुशील मोदी ने उठाए सवाल; बोले- मतभेद हैं, पर पूरा होगा कार्यकाल
तेजस्‍वी यादव और सुशील मोदी। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार की सरकार (Bihar Government) में लगातार 16 साल से नेतृत्‍वकर्ता की भूमिका में शामिल जदयू (JDU) मानता है कि नीतीश सरकार (Bihar CM Nitish Kumar) में लगातार ही राज्‍य का विकास हुआ है, हालांकि गठबंधन में बड़ा सहयोगी भाजपा ऐसा नहीं मानती। भाजपा के नेता गाहे-बगाहे इस बाबत अलग राय जताते रहे हैं। राज्‍य के पूर्व उप मुख्यमंत्री व भाजपा (BJP) के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा है कि बिहार में एनडीए (NDA) के घटक दलों में कुछ मसलों पर मतभेद भले हों, लेकिन यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्‍होंने विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए ये भी कहा कि भाजपा और जदयू में अलगाव के चार साल के दौरान राज्‍य का विकास प्रभावित हुआ। भाजपा नेता ने तेजस्‍वी यादव (Tejaswi Yadav) और तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के बीच चल रहे सत्‍ता संघर्ष पर भी दोनों नेताओं का नाम लिये बिना निशाना साधा।

तेज विकास की गारंटी है भाजपा-जदयू का गठबंधन

सुशील मोदी ने कहा कि राजद के राजकुमार हस्तिनापुर पर पूरा नियंत्रण पाने या पांच गांव लेकर युद्धविराम करने के भीषण अंतर्द्रद्व में पड़े हैं। जब पार्टी नहीं संभल रही, तब कुछ लोग अटूट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को तोड़ कर महागठबंधन के विस्तार के हसीन सपने देख रहे हैं।  सुशील मोदी ने गुरुवार को जारी अपने ट्वीट में कहा कि दिल बहलाने को गालिब खयाल अच्छा है। भाजपा और जदयू के बीच 1996 से जारी गठबंधन बिहार में शांति, सद्भाव और सामाजिक न्याय के साथ तेज विकास की राजनीतिक गारंटी सिद्ध हुआ है। इस मजबूत, स्वाभाविक और आजमाए हुए गठबंधन के कारण जिन लोगों को काम के बदले जमीन लिखवाने का मौका नहीं मिल रहा, वे सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं।

भाजपा के अलग होते ही बढ़ने लगी थी अराजकता

उन्होंने कहा कि राजग के घटक दलों में अक्सर कुछ मुद्दों पर मतभेद रहे, लेकिन इससे सरकार की स्थिरता और गवर्नेंस पर कोई असर नहीं पड़ा। लोग भूले नहीं हैं कि जब बीच के चार साल भाजपा और जदयू अलग रहे, तब बिहार का विकास किस तरह बेपटरी हुआ और अराजकता बढ़ने लगी थी। राजग अटूट है और वर्तमान नीतीश सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।

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