बिहार में शराब की होम डिलीवरी रोकेगी बाइक-स्कूटी, 50-50 किलोमीटर पर रखी जाएगी नजर

फील्ड से लेकर मुख्यालय तक में पदाधिकारियों और कर्मियों की तैनाती की जा रही है। कार्यबल के लिए पुलिस विभाग से भी सिपाही से डीएसपी स्तर तक के पुलिसकर्मियों की मांग की गई है। पुलिस मुख्यालय से तीन डीएसपी 11 इंस्पेक्टर 104 दारोगा व करीब 244 सिपाही मांगे हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 04:40 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 04:40 PM (IST)
बिहार में शराब की होम डिलीवरी रोकेगी बाइक-स्कूटी, 50-50 किलोमीटर पर रखी जाएगी नजर
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग कार्यबल बढ़ा रहा है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: शराबबंदी पर सख्त एक्शन प्लान के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग कार्यबल बढ़ा रहा है। फील्ड से लेकर मुख्यालय तक में पदाधिकारियों और कर्मियों की तैनाती की जा रही है। कार्यबल के लिए पुलिस विभाग से भी सिपाही से डीएसपी स्तर तक के पुलिसकर्मियों की मांग की गई है। विभाग ने पुलिस मुख्यालय से तीन डीएसपी, 11 इंस्पेक्टर, 104 दारोगा व करीब 244 सिपाही मांगे हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग में प्रतिनियुक्त होमगार्ड और सैप बलों को भी आवश्यकतानुसार मद्यनिषेध विभाग में वापस प्रतिनियुक्त किया जा रहा है। शराबबंदी से जुड़े मामलों के निबटारे व अध्ययन के लिए मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग नए ला आफिसर भी बहाल करने वाला है। इसके लिए प्रक्रिया जारी है। विभागीय अधिकारियों को शराबबंदी से जुड़े कांडों का निष्पादन कर सजा दिलाने का भी टास्क दिया गया है, ताकि अपराधियों में शराबबंदी कानून के उल्लंघन के प्रति डर बने। 

जिलों को दी जा रही बाइक और स्कूटी 

शराब को लेकर चलाए जा रहे अभियान को लेकर जिलों को भी पर्याप्त कार्यबल व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। होम डिलीवरी रोकने के लिए जिलों को बाइक व स्कूटी भी मुहैया कराई जा रही है। हर पचास किलोमीटर पर एक गश्ती दल लगाने का निर्देश दिया गया है। चेकपोस्ट पर भी तीन पालियों में पुलिसबल की तैनाती की जा रही है।

जिलावार समीक्षा, डाटा पर फोकस 

शराबबंदी पर कार्रवाई के साथ समीक्षा की नियमित व्यवस्था भी की जा रही है। इसको लेकर डाटा संग्रह पर जोर दिया जा रहा है। हर जिले से कार्रवाई की रोजाना रिपोर्ट आ रही। इसके आधार पर जिलों के प्रदर्शन की साप्ताहिक और पाक्षिक रिपोर्ट तैयार की जा रही। इसमें खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों को चिह्नित किया जा रहा। जिलावार समीक्षा भी जारी है। मुख्यालय में काम के बढ़े दबाव को देखते हुए कई प्रमंडल से वरीय पदाधिकारियों को मुख्यालय बुलाया जा रहा है। हाल ही में भागलपुर प्रमंडल के उपायुक्त संजय कुमार और दरभंगा प्रमंडल के उपायुक्त विकास कुमार सिन्हा को विभागीय मुख्यालय बुला लिया गया है।

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