Maharashtra Lockdown Impact: मुंबई और पुणे में फैक्टरियां बंद होने के बाद चिंता में बिहारी श्रमिक, महाराष्ट्र से लौटने को हो रहे मजबूर
Maharashtra Lockdown Impact मुंबई से लौटे प्रवासी बोले-वहां हालात विकट नहीं मिली तनख्वाह चरम पर है महंगाई पिछले साल की परेशानियों से बचने को पहुंचे घर फैक्ट्री बंद पैसा खत्म तो क्या करते वहां निकल पड़े घर को पिछले साल की तरह ट्रेनें बंद होने से डर रहे लोग
पटना, जागरण संवाददाता। बिहारशरीफ के हरनौत के रहने वाले सन्नी प्रकाश सोमवार को भाई रवि प्रकाश के साथ 02336 लोकमान्य टर्मिनल-भागलपुर स्पेशल ट्रेन से पटना जंक्शन उतरे। उनके चेहरे व हाव-भाव से मुंबई में लोगों को होने वाली परेशानियां झलक रही थीं। उनसे मुंबई का हाल जानने की कोशिश हुई तो दोनों रुआंसे हो गए। बताया कि उनके क्षेत्र के दर्जनों लोग भिवंडी क्षेत्र में रहकर फैक्ट्रियों में मजदूरी करते हैं। पिछले 20 दिनों से मुंबई के हर क्षेत्र की हालत कोरोना संक्रमण के कारण बदतर होती जा रही है। हालात जो भी हों, अफवाह से आम लोग परेशान हो रहे हैं। संक्रमण बढऩे के बाद फैक्ट्री में कामकाज बंद हो गया है। वेतन नहीं मिल रहा। भोजन के लाले पडऩे लगे। जो पैसा बचा था, उसे भोजन पर खर्च किया। अफवाह के कारण लोगों में भगदड़ मच गई है। स्थिति विकट हो रही है।
फैक्ट्री बंद होने के बाद बढ़ी लोगों की चिंता
नालंदा जिले के ही बिंद के रहने वाले मनोहर प्रसाद भी पत्नी व तीन बच्चों के साथ इसी ट्रेन से उतरे थे। एंटीजन टेस्ट में निगेटिव निकलने के बाद चेहरे पर खुशी दिखी। उन्होंने कहा कि मुंबई में काम करने वाले अधिकांश अनिवासी पिछले साल की स्थिति को देख पहले से ही पलायन करने लगे हैं। फैक्ट्री बंद होने से अनिवासियों में अविश्वास की भावना पनपने लगी और वे लोग परेशानियों से बचने के लिए पहले ही मुंबई से निकल गए। स्पेशल ट्रेन चलने की सूचना मिलते ही लोगों ने धड़ाधड़ टिकट बुक कराना शुरू कर दिया है।
मुंबई में बेतहाशा बढ़ गई हैं चीजों की कीमतें
घाटकोपर में रहकर रद्दी का काम करने वाले जुलूम बिंद व मोहन रजक ने बताया, वे लोग घोसवरी के पास गोपालपुर के रहने वाले हैं। पिछले सात साल से मुंबई में रहकर काम कर रहे हैं। पिछले साल मार्च से लेकर अगस्त तक मुंबई में काफी परेशानी हुई थी। उसी से बचने के लिए लोग वहां से घर लौटने लगे हैं। मुंबई में साग-सब्जी के साथ खाने-पीने के सामान के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। इस्लामपुर के रहने वाले हरी साव, राजेंद्र प्रसाद, गनौरी महतो, हरेश्वर राम आदि ने बताया कि स्थिति सुधरेगी, तभी वह मुंबई लौटेंगे।