Bihar Weather Alert: बिहार में बारिश का कहर, पटना सहित इन जिलों में कल और खराब होगा मौसम

Bihar Weather Alert बिहार में मानसून की बारिश फिलहाल थमने के आसार नहीं हैं। लगातार बारिश से बाढ़ के हालात होने लगे हैं। पटना के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 17 जून यानी गुरुवार को पटना गया नालंदा शेखपुरा बेगूसराय और लखीसराय में और अधिक बारिश हो सकती है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:05 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:16 PM (IST)
Bihar Weather Alert: बिहार में बारिश का कहर, पटना सहित इन जिलों में कल और खराब होगा मौसम
बिहार के प्राय: सभी जिलों में बारिश के आसार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Weather Red Alert: बिहार में मानसून की बारिश फिलहाल थमने के आसार नहीं हैं। कुछ जिलों में तो बारिश की वजह से बाढ़ के हालात होने लगे हैं। गंडक नदी के प्रवाह वाले नेपाल से सटे जिलों में खतरा अधिक है। पटना के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 17 जून यानी गुरुवार को पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय और लखीसराय में और अधिक बारिश हो सकती है। इस दौरान बादल कड़कने और बिजली गिरने की आशंका भी बनी रहेगी। पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज जिले के लिए भी विभाग ने गुरुवार के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश के बाकी हिस्‍सों में भी कल बारिश होती रहेगी। कुछ जिलों के लिए ब्‍लू तो कुछ के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मानसून की वजह से हो रही खूब बारिश

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में राज्य में मानसून मेहरबान है। प्रदेश के उत्तरी भाग से लेकर बंगाल की खाड़ी तक मानसून के अनुकूल वातावरण बना है। राजधानी में पिछले 36 घंटे में 43 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। वहीं, जून में अब तक राजधानी में 111.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। सामान्यत: अब तक राजधानी में 57.8 मिमी बारिश होनी चाहिए। राज्य में सर्वाधिक बारिश पश्चिमी चंपारण में हुई है। वहां पर जून में 80 मिमी बारिश सामान्यत: होनी चाहिए, लेकिन अब तक 339 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।

हिमालय की तराई में बादल रुककर बरसते हैं

इसी तरह सिवान, गोपालगंज, सारण में भी सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी झारखंड होते हुए उत्तर की ओर बढ़ रही है। नमीयुक्त हवा जब चंपारण के इलाके में आगे बढ़ती है तो हिमालय की तराई में रुकावट पैदा होता है, जिससे भारी बारिश होती है।

रेड अलर्ट का मतलब काफी अधिक बारिश होने की आशंका

रेड अलर्ट जारी होने का मतलब काफी अधिक बारिश होना है। इससे बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ है, वहां पहले ही काफी बारिश होने से स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई है। सीमावर्ती जिलों के गांवों में बाढ़ का पानी आने लगा है। वहीं, मंगलवार को भी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी बारिश रिकार्ड की गई।

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