Bihar Weather: बिहार के कुछ जिलों में तेज बारिश के आसार, बाकी हिस्‍सों में सताएगी गर्मी और उमस

Bihar Weather Today कोलकाता के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दो सितंबर तक राज्‍य के कुछ हिस्‍सों में हल्‍की बारिश तो तीन और चार सितंबर को राज्‍य के अधिकतर हिस्‍सों में बारिश हो सकती है। आज राज्‍य के एक-दो हिस्‍सों में तेज बारिश भी हो सकती है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 06:55 AM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 06:55 AM (IST)
Bihar Weather: बिहार के कुछ जिलों में तेज बारिश के आसार, बाकी हिस्‍सों में सताएगी गर्मी और उमस
बिहार में अगले पांच दिन तक सताएगी गर्मी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण टीम। Bihar Weather Forecast: बिहार में मानसून फिर कमजोर पड़ गया है। अगले पांच दिनों तक प्रदेश (Bihar Weather Today) में हल्की बारिश होगी। उसके बाद इसमें तेजी आने की उम्मीद है। राज्य में सितंबर तक मानसून की बारिश होती है। फिलहाल, मानसून की ट्रफ लाइन बीकानेर, अजमेर, छत्तीसगढ़ होते हुए विशाखापतनम तक गुजर रही है। इससे पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश में कमी आने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ जगहों पर स्थानीय कारणों से बारिश हो सकती है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि मानसून के कमजोर पड़ने से बारिश में फिलहाल कमी आई है। आज पूर्णिया, अररिया और आसपास के जिलों में बारिश हो सकती है।

कोलकाता केंद्र ने जारी किया है येलो अलर्ट

कोलकाता के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दो सितंबर तक राज्‍य के कुछ हिस्‍सों में हल्‍की बारिश तो तीन और चार सितंबर को राज्‍य के अधिकतर हिस्‍सों में बारिश हो सकती है। कोलकाता केंद्र के अनुसार आज राज्‍य के एक-दो हिस्‍सों में तेज बारिश (7 से 11 सेमी तक) भी हो सकती है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद अगले चार सितंबर तक राज्‍य में मौसम के लिए कोई अलर्ट कोलकाता केंद्र ने जारी नहीं किया है।

बिहार में इस साल खूब मेहरबान रहा है मानसून

मानसून इस साल बिहार में खूब मेहरबान रहा है। जून के पहले हफ्ते से लेकर अब तक ज्‍यादातर दिनों में राज्‍य में बारिश होती रही है। उत्‍तर बिहार के जिलों पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान और सारण में खूब बारिश हुई है तो दूसरे जिलों में भी इस साल पानी की कमी नहीं हुई। उल्‍टे बाढ़ के कारण कई इलाकों में खेत लगातार कई हफ्तों से डूबे हुए हैं। जून में औसत से लगभग डेढ़ गुना अधिक बारिश हुई थी।

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