Bihar Weather Alert: बिहार में काल बैशाखी ने दी दस्‍तक, 12 अप्रैल से लू चलने के आसार

Bihar Weather Update News बिहार में दिन का तापमान अब 40 डिग्री सेल्सियस तक जाने लगा है। इसके कारण गुरुवार को कई इलाकों में काल बैशाखी का असर दिखा। माैसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 12 अप्रैल से राज्‍य में लू चल सकता है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 08:43 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 08:43 AM (IST)
Bihar Weather Alert: बिहार में काल बैशाखी ने दी दस्‍तक, 12 अप्रैल से लू चलने के आसार
बिहार में तेजी से बदल रहा मौसम का मिजाज। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Weather Alert: बिहार में काल वैशाखी ने दस्तक दे दी है। इस वजह से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आंधी-पानी का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को प्रदेश का पश्चिमी व उत्तरी हिस्सा काल वैशाखी की चपेट में रहा। रोहतास, औरंगाबाद, सुपौल व मधुबनी में तेज आंधी आई और फुहारें भी पड़ीं। तेज आंधी के कारण कई पेड़ गिर गए। मध्य बिहार में भी पछुआ की गति में तेजी होने से राजधानी समेत प्रदेश का मध्य भाग काफी गर्म रहा। पटना व गया में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। शुक्रवार को भी इसमें वृद्धि होने की उम्मीद है। प्रदेश में 12 अप्रैल से लू चल सकती है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार ने कहा, काल वैशाखी के कारण ही प्रदेश में आंधी व बारिश का आना तेज हो गया है। ऐसी स्थिति जून तक बनी रह सकती है। जून में मानसूनी बारिश से काल वैशाखी समाप्त हो जाएगा।  

प्रदेश में काल वैशाखी की दस्तक, 40 के करीब पहुंचा पारा रोहतास, औरंगाबाद, सुपौल व मधुबनी में दिखा काल वैशाखी का असर 12 अप्रैल से राज्य में चल सकती है लू पटना व गया में अधिकतम तापमान रहा 39.6 डिग्री

वर्तमान में पश्चिम से आने वाली गर्म हवाओं के कारण प्रदेश में लगातार गर्मी बढ़ती जा रही है। गुरुवार को राजधानी का पारा 39.6 पर पहुंच गया। वहीं, भागलपुर में 36.7 व वाल्मीकिनगर में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दूसरी ओर, राजधानी में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है। राजधानी की हवा में आद्र्रता 68 फीसद रिकॉर्ड की गई है।

क्या है काल वैशाखी

काल वैशाखी के दौरान किसी खास क्षेत्र में अचानक आकाश में बादल छा जाते हैं और देखते ही देखते आंधी आ जाती है। बारिश शुरू हो जाती है। आंधी तेज होने के कारण प्रभावित क्षेत्रों में फसलों को बड़ा नुकसान होने का खतरा रहता है।

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