बिहारः एक प्रखंड के तीन नाम, एक बताता घर का पता, दूसरा पहुंचाता थाने में-तीसरा ले जाएगा यहां

गोपालगंज के एक प्रखंड का तीन नाम लोगों को चकरा दे रहा है। एक घर का पता बताता है दूसरा थाने का और तीसरा प्रखंड ले जाता है। तीन-तीन नाम होने के कारण ग्रामीण कई योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 05:25 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 05:25 PM (IST)
बिहारः एक प्रखंड के तीन नाम, एक बताता घर का पता, दूसरा पहुंचाता थाने में-तीसरा ले जाएगा यहां
गोपालगंज के एक प्रखंड का तीन नाम लोगों को चकरा दे रहा है।

राजेश प्रसाद, मांझा (गोपालगंज) : बिहार के गोपालगंज की बात थोड़ी अलग है। यहां एक प्रखंड का तीन नाम लोगों को चकरा दे रहा है। प्रखंड मांझा, पोस्ट गढ़मांझा तथा थाना मांझागढ़, ये तीनों एक पते हैं। एक घर का पता बताता है, दूसरा थाने का और तीसरा प्रखंड ले जाता है। तीन-तीन नाम होने के कारण ग्रामीण कई योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। 

कहां की चूक, ये पता नहीं

बात मांझा  बाजार के निवासी रघुनाथ प्रसाद से शुरू करते हैं। आधार कार्ड बनवाते समय इन्होंने पते में प्रखंड, थाना व पोस्ट तीनोंं मांझा लिख दिया। आधार कार्ड बन भी गया। लेकिन पैन कार्ड बनवाते समय इन्होंने प्रखंड, थाना व पोस्ट लिखने में गलती नहीं की। प्रखंड मांझा, पोस्ट गढ़मांझा तथा थाना मांझागढ़, सही सही लिख दिया। इनका सेंट्रल बैंक में खाता है। खाते को आधार व पैन कार्ड से लिंक कराने में पेंच फंस गया। बाद में इन्होंने अपने आधार कार्ड में प्रखंड, थाना व पोस्ट को फिर से सही कराया। वैसे यह परेशानी अकेले रघुनाथ प्रसाद को झेलनी नहीं पड़ी है। एक प्रखंड, तीन नाम के कारण मांझा प्रखंड के सभी निवासियों को किसी ने किसी काम को लेकर पता लिखने में हो रही चूक के कारण समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है। 

रोज परेशानियों से हो रहे दो चार

जिले का मांझा प्रखंड तीन नाम से जाना जाता है। प्रखंड सह अंचल मांझा, थाना मांझागढ़ तथा पोस्ट ऑफिस गढ़मांझा।  चौकिए नहीं ये तीनों एक ही जगह का नाम है। गलती किसकी है, ये किसी को पता नहीं है। लेकिन एक प्रखंड के तीन नाम के कारण लोगों को अपना पता लिखने में गलती का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकारी फाइलों में प्रखंड व अंचल मांझा के नाम से तो पोस्ट ऑफिस कार्यालय का नाम गढ़मांझा अंकित है। वहीं थाने का नाम  मांझागढ़ है। सरकारी योजनाएं हो या कोई और संबंधित कार्य, इन सभी में प्रतिदिन  लोगों को थाना, प्रखंड, अंचल, पोस्ट ऑफिस के नाम को लेकर परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है।

जगह एक तो तीन नाम की जरूरत क्या

पता लिखने में हो रही चूक के कारण परेशानी झेलने से परेशान यहां के लोग कहते हैं कि जब जगह एक ही है तो तीन नाम की जरूरत क्या है। अब सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या कोई और काम, अब हर क्षेत्र में डिजिटल काम हो रहा है। ऐसे में पता लिखते से चूक होने से काम फंस जा रहा है। लोग कहते हैं कि प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों को लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए प्रखंड, अंचल, थाना व पोस्ट का नाम एक रखने की पहल करनी चाहिए। 

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