बिहार में साढ़े तीन लाख शिक्षकों को जल्‍द मिलेगा वेतन, 80 हजार स्‍कूलों में मनेगा मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य सप्‍ताह

Bihar Teachers Salary Alert बिहार में साढ़े तीन लाख प्रारंभिक शिक्षकों को वेतन जल्‍द ही मिल जाने की उम्‍मीद है। सरकार ने इसके लिए दशहरा से पहले ही फंड जारी कर दिया है। इधर राज्‍य के 80 हजार स्‍कूलों में मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य सप्‍ताह मनाया जाएगा।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 08:17 AM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 08:17 AM (IST)
बिहार में साढ़े तीन लाख शिक्षकों को जल्‍द मिलेगा वेतन, 80 हजार स्‍कूलों में मनेगा मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य सप्‍ताह
बिहार में शिक्षकों को जल्‍द ही मिलेगा वेतन। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Teacher's Salary Alert: दशहरा से पहले बिहार के साढ़े तीन लाख प्रारंभिक शिक्षकों को वेतन भुगतान सुनिश्चित होगा। इसके लिए सरकार ने सभी 38 जिलों को 783 करोड़ 30 लाख 10 हजार रुपये जारी कर दिया। शिक्षा विभाग ने सप्ताह के अंदर शिक्षकों को डीबीटी के माध्यम से वेतन भुगतान सुनिश्चित करने का आदेश सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिया है। इधर, प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्‍चों को मानसिक रूप से अधिक सबल बनाने के लिए सरकार एक अनोखा अभियान शुरू कर रही है।

10 अक्टूबर तक विद्यालयों में मनेगा मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह

राज्य ब्यूरो, पटना : राज्य के 80 हजार प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 'हैप्पीनेस जोनÓ बनाया जाएगा, जहां विद्यार्थी अपने विचारों और भावनाओं के विषय में खुलकर चर्चा करेंगे। पइसके लिए प्रत्येक विद्यालय परिसर में एक जगह तय किया जाएगा। केंद्र सरकार के आदेश के आलोक में शिक्षा विभाग की ओर से इसके  कार्यान्वयन करने का निर्देश सभी 38 जिलों को दिया गया है।

सकारात्‍मक सोच और ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने पर जोर

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 के नकारात्मक प्रभाव से छात्र-छात्राओं को बचाने हेतु 10 अक्टूबर तक सभी विद्यालयों में मानसिक स्वास्थ सप्ताह मनाया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच और ऊर्जा का प्रवाह बना रहे। इसके लिए हर दिन पोस्टर बनाना, स्लोगन लिखना, कविता पाठ व कहानी पाठ समेत अन्य प्रदर्शनकारी कलाओं संबंधित गतिविधियां होंगी।

मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी परिचर्चा भी होगी

इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में बाल संसद, छात्र संसद का संचालन कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर परिचर्चा भी करायी जाएगी। इसी तरह हर विद्यालय में कहानी सत्र, कविता सत्र, समूह चर्चा, नुक्कड़ नाटक और अन्य प्रतियोगिता आदि कराने का आदेश प्रधानाध्यापकों को दिया गया है।

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