बिहार के 56 हजार शिक्षकों की होगी आनलाइन ट्रेनिंग, पूरे करने होंगे 13 माड्यूल कोर्स
BiharTeacher News छह हजार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के तकरीबन 56 हजार प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों की निष्ठा प्रशिक्षण आनलाइन होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी 38 जिलों में टेक्निकल टीम का सेल बनाने का निर्देश दिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना : राज्य के छह हजार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के तकरीबन 56 हजार प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों की निष्ठा प्रशिक्षण आनलाइन होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी 38 जिलों में टेक्निकल टीम का सेल बनाने का निर्देश दिया है। एक अगस्त से शिक्षकों की आनलाइन ट्रेनिंग होगी।
शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (समग्र शिक्षा अभियान) को निर्देश दिया गया है कि निष्ठा ट्रेनिंग कार्यक्रम की तैयारियां 30 जून से पहले पूरी कर लें। इसके मद्देनजर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिलों में टेक्निकल टीम सेल के गठन को लेकर सोमवार को 12 बजे दिन तक जानकारी मांगी है।
विभागीय आदेश के मुताबिक जिला स्तर के टेक्निकल टीम को आनलाइन मोड में उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उसे एक सोशल मीडिया ग्रुप से जोड़ा जाएगा, जिसे समय-समय पर निष्ठा ट्रेनिंग से संबंधित अपडेट दिया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण में आने वाले समस्याओं के निराकरण के लिए टेक्निकल टीम के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का मोबाइल नंबर एवं नई ई-मेल आइडी जिला स्तर पर बना कर सभी प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को उपलब्ध कराया जाएगा।
शिक्षकों के शत-प्रतिशत पंजीकरण का आदेश
एक अगस्त से पहले चरण की निष्ठा ट्रेनिंग शुरू होगी। इसके पहले जिला स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का दीक्षा पोर्टल पर शत-प्रतिशत स्वयं पंजीकरण हो जाए। निष्ठा ट्रेनिंग के तहत सभी शिक्षकों को 13 माड्यूल पूर्ण करने हैं। इसमें 12 जेनरिक कोर्स एवं एक विषय आधारित कोर्स होगा। जेनरिक कोर्स पूरा करने की अवधि तीन से चार घंटे तथा विषय आधारित कोर्स पूरा करने की अवधि 24 से 25 घंटे की होगी। 30 दिनों के अंदर तीन जेनरिक कोर्स पूर्ण करने हैं। यानी, 10 दिन में एक कोर्स पूर्ण करने हैं
ट्रेंड शिक्षकों का होगा असेसमेंट टेस्ट
प्रत्येक माड्यूल की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद शिक्षकों का एक असेसमेंट टेस्ट होगा। उसमें 20 प्रतिशत प्रश्न विकल्प के साथ मौजूद रहेंगे। असेसमेंट टेस्ट सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए 70 फीसदी स्कोर लाने होंगे। उसके बाद ही संबंधित कोर्स के सॢटफिकेट संबंधित शिक्षक को मिलेंगे। प्रत्येक माड्यूल के असेसमेंट टेस्ट को पूर्ण करने के लिए अधिकतम तीन प्रयासों की व्यवस्था होगी।