बिहारः पारस की पार्टी कन्हैया, जिग्नेश और हार्दिक को बताया साइबेरियन पक्षी, चिराग पर बड़ा आरोप
बिहार विधानसभा उपचुनाव में एनडीए के उम्मीदवार रिकार्ड मतों से जीतेंगे। चुनाव परिणाम के बाद ट्विटर ब्वाय और उनके हनुमान का घमंड का चकनाचूर हो जाएगा। तारापुर में चिराग पासवान राजद के लिए जबकि कुश्वेशवर स्थान में कांग्रेस के लिए वोट मांग रहे हैं।
जागरण टीम, पटना। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में एनडीए के उम्मीदवार रिकार्ड मतों से जीतेंगे। चुनाव परिणाम के बाद ट्विटर ब्वाय और उनके हनुमान का घमंड का चकनाचूर हो जाएगा। रालोजपा के कार्यकर्ता हमें संदेश भेज रहे हैं कि तारापुर में चिराग पासवान राजद के लिए जबकि कुश्वेशवर स्थान में कांग्रेस के लिए वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कन्हैया कुमार, जिग्नेश और हार्दिक के रूप में तीन साइबेरियन पक्षी को लगाया है। श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि चिराग आरोप लगाते हैं कि नीतीश कुमार ने उनके पिता की अनेदखी की, जबकि सच्चाई पूरी दुनिया जानती है। नीतीश कुमार ही वो व्यक्ति हैं जिन्होंने रामविलास पासवान के शव को एयरपोर्ट पर जाकर गार्ड आफ आनर दिया था। जब पासवान का शव विधानसभा में आया तो नीतीश कुमार की आंखें नम हो गई थीं। अंतिम संस्कार के समय नीतीश कुमार घंटों मुक्तिधाम में रहे।
चिराग पासवान वो व्यक्ति हैं जो अपने पिता के श्राद्ध के लिए अपना बाल की स्टाइल बदलवाई थी। इसलिए चिराग पासवान को नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने का कोई अधिकार नहीं है। श्रवण ने कहा कि चिराग पासवान आरक्षण विरोधी बातें कर रहे हैं। उन्हें पासवान जाति के लोगों से घृणा होती है। मेरा सुझाव है कि यदि चिराग को आरक्षण से दिक्कत है तो किसी सामान्य सीट से चुनाव लडें। हमलोग रामविलास पासवान के पदचिन्हों पर चलने वाले लोग हैं। हमारे रहते आरक्षण सुरिक्षत है।
श्रवण अग्रवाल ने कहा कि स्व. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि के दिन जब हमलोग उन्हें याद रहे थे तो वहीं राहुल गांधी, लालू यादव और चिराग पासवान उपचुनाव का खाका खींच रहे थे। अग्रवाल ने कहा कि एनडीए के पांचों दल बीजेपी, जदयू, रालोजपा, वीआइपी और हम पांडव की तरह हैं और यह उप चुनाव महाभारत की तरह। इसमें दुर्योधन का हारना तय है। हमलोग विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं और विपक्ष जाति के नाम। उन्होने कहा कि कांग्रेस कन्हैया कुमार, जिग्नेश और हार्दिक के रूप में तीन साइबेरियन पक्षी को लगाया है। जब बिहार में कोरोना चरम पर था तब ये लोग कहीं नहीं थे। बिहारवासियों के खिलाफ गुजरात में नफरत फैलाने बोलने वाले विधायक जिग्नेश मेवाणी को बिहार में प्रचार करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं हैं।