Bihar Politics: टेंडर मामले में तेजस्‍वी दिखाएंगे सबूत, कांग्रेस ने भी उपमुख्‍यमंत्री तार किशोर को घेरा

स्वजनों को ठीके देने का आरोप लगा विपक्ष ने बिहार के उपमुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद पर हमले किए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि इस मामले में उनके पास सबूत है। इसे वह समय आने पर दिखाएंगे।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 06:57 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:57 AM (IST)
Bihar Politics: टेंडर मामले में तेजस्‍वी दिखाएंगे सबूत, कांग्रेस ने भी उपमुख्‍यमंत्री तार किशोर को घेरा
नेता प्रतिपक्ष ने उपमुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद पर लगाए आरोप। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। नल-जल योजना में स्वजनों को ठीके (Tender in Nal Jal Yojana) देने का आरोप लगाकर विपक्ष ने उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद (Deputy CM Tar Kishor Prasad) को घेरा है। राजद-कांग्रेस (RJD and Congress) ने कहा है कि इस सरकार में भ्रष्टाचार के अलावा और कुछ नहीं हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने दावा किया कि तार किशोर के खिलाफ उनके पास सबूत हैं। वक्त आने पर वे इसे सार्वजनिक करेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आसित नाथ तिवारी ने तार किशोर को कठघरे में खड़ा किया है। इस संबंध में तार किशोर से बात करने की कोशिश की गई, किंतु वह उपलब्ध नहीं हो पाए। 

कटिहार के राजद नेता के पास गड़बड़ी के प्रमाण  

तेजस्वी ने कहा कि कटिहार जिले के एक राजद नेता के पास प्रमाण हैं कि तारकिशोर के बेटे-बहू को 53 करोड़ के ठीके दिए गए। फिर भी भाजपा के नेता कहते हैैं कि बिजनेस करना कोई गुनाह नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि सरकार को एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सात निश्चय योजनाओं में भी सिर्फ जदयू नेताओं को ठेके दिए जा रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आसित नाथ तिवारी (Congress Spokesperson Aasit Nath Tiwari) ने बयान जारी कर कहा कि उप मुख्यमंत्री ने नल-जल योजना के तहत कटिहार में पुत्रवधू पूजा कुमारी को बड़ा ठीका दिलवाया है, जो पीएचईडी में निबंधित ठीकेदार हैं। इन्हें 1.60 करोड़ का ठीका दिया गया है। इसके अलावा 3.60 करोड़ का ठीका दीप किरण इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। यह कंपनी तारकिशोर प्रसाद के साले प्रदीप कुमार भगत और सरहज किरण भगत की है।

सहायकों की कंपनी को भी दिए गए टेंडर  

आसित नाथ ने कहा कि ठीके सिर्फ रिश्तेदारों को ही नहीं, बल्कि तारकिशोर के सहायकों की कंपनी को भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि कटिहार जिले में जल-नल योजना का 80 फीसद से ज्यादा काम तारकिशोर के स्वजनों को मिले हैं। पूरे बिहार में ठीकेदारी घोटाला हुआ है। जिस दिन ठीका-पट्टा आवंटन की जांच हो गई उस दिन यह साफ हो जाएगा कि भ्रष्टाचार यहां किस कदर फैसला हुआ है।

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