Bihar Politics: बाहुबली MLA ने सुनाई पीड़ा, कहा- मैं रंगदारी नहीं मांगता, फिर भी आ रही शिकायतें
दानापुर के बाहुबली से विधायक बने राजद के रीतलाल यादव ने कहा- मैं लंबे समय से बड़े कष्ट में हूं। मेरे नाम पर लाेग रंगदारी मांग कर ऑडियो क्लिप तक वायरल कर दे रहे हैं। आवाज सुनकर लगता है कि मैं ही हूं लोग शिकायतें लेकर घर आ जा रहे
पटना, जेएनएन। बाहुबली से विधायक बने नेता रीतलाल यादव इन दिनों बेहद परेशान हैं। वे दानापुर सीट से राजद के टिकट पर इस बार चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। चुनाव से करीब डेढ़-दो महीने पहले ही वे जेल से जमानत पर बाहर निकले थे।
बिहार विधान सभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान परिसर में पत्रकारों के सवाल पर उनका दुख फूटकर बाहर निकल आया। बाहुबली से विधायक बने रीतलाल यादव की बातें सुनकर सब हैरान थे। दरअसल, रीतलाल भी विधायक बनने के बाद अपनी छवि को लेकर बेहद सतर्क हो गए हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं लंबे समय से बड़े कष्ट में हूं। आज आपलोंगों ने यह सवाल पूछ लिया , मैं भी इस बात को मीडिया में रखना चाहता था, मगर समझ नहीं पा रहा था कि कैसे अपनी बात कहूं।
रीतलाल नाम है मेरा
बात यह है कि एक नहीं दो नहीं सात-आठ लोग हैं जो मेरे नाम पर लोगों को फोन कर रंगदारी मांग रहे हैं। वे दो लाख से बीस लाख तक रंगदारी मांगते हैं। इंस्टाग्राम पर भी ऐसे ही लोगों ने रंगदारी मांगी है। वे लोगों को फोन कर कह रहे हैं कि - मैं विधायक बोल रहा हूं। 15 लाख रुपये दो नहीं तो तुम्हारे बेटा का काम तमाम कर दूंगा। तुम्हारे पूरे परिवार का सत्यानाश कर दूंगा। जानते नहीं हो कि हम कौन हैं, रीतलाल यादव नाम है मेरा। विधायक रीतलाल ने बताया कि कई बार मेरे भाई के नाम पर भी रंगदारी मांगी जाती है। यहीं नहीं रंगदारी मांगने का ऑडियो तक वायरल हो रहा है। आवाज सुनकर मैं भी चकित था। लगता था कि मैं ही बाेल रहा हूं। बहरहाल, ऐसे ही कुछ पीडि़त मेरे घर पहुंच गए। रंगदारी मांगने की शिकायत की। तब मुझे सारी बात पता चली ।
भाजपा से झटक ली सीट
बता दें कि दानापुर सीट वीआइपी सीटों में शुमार है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी यहां से 1995 और 2000 में चुनाव जीत चुके हैं। फिलहाल यह सीट भाजपा के कब्जे में थी। इस बार रीतलाल यादव ने भाजपा से यह सीट झटक ली।
रंगदारी मांगने में आया था नाम
रीतलाल मनी लॉड्रिंग और कुछ फौजदारी मामलों में पटना के ब्योर जेल में बंद थे। बीच में उन्हें भागलपुर भी शिफ्ट किया गया था। फरवरी 2020 में बेटी की शादी के समय पटना हाईकोर्ट ने उन्हें 15 दिनों की औपबंधिक जमानत दी थी। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वे छह साल नौ महीने जेल में रहे।
मई 2017 में पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधी सोनू कुमार ने पूछताछ में कहा था कि वह एमएलसी रीतलाल यादव का गुर्गा है। उनके इशारे पर रंगदारी वसूलता है।