बिहारः राबड़ी के नाम पर खुले स्कूल के लिए नीतीश ने बनाए 16 कमरे, जानें जदयू ने क्यों कही ये बात

जदयू ने कहा है कि नीतीश कुमार सरकार की ओर से चलाए जा रहे विकास कार्यों का सीधा लाभ उन्हें भी मिल रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि विकास तो पूर्व मुख्यमंत्री के गांव का भी हुआ है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:26 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:26 PM (IST)
बिहारः राबड़ी के नाम पर खुले स्कूल के लिए नीतीश ने बनाए 16 कमरे, जानें जदयू ने क्यों कही ये बात
बिहार सीएम नीतीश कुमार और राबड़ी देवी। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने बताया है कि नीतीश कुमार सरकार की ओर से चलाए जा रहे विकास कार्यों का सीधा लाभ उन्हें भी मिल रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि विकास तो पूर्व मुख्यमंत्री के गांव का भी हुआ है। मुख्यमंत्रित्व काल में राबड़ी देवी के गांव गोपालगंज जिला के सेलारकला में उनके नाम से एक स्कूल खुला था। वह स्कूल बना कर भूल गईं। स्कूल के लिए 16 कमरे का निर्माण नीतीश सरकार ने किया।

नीरज ने बताया कि इस गांव में बिजली के नए तार भी लगा दिए गए हैं। नीरज ने कटाक्ष किया-राबड़ी देवी के कार्यकाल में भले ही स्कूल भवन का निर्माण न हुआ हो, लेकिन उन्होंने नौकरी के एवज में जमीन लेने की परम्परा को जारी रखा। जदयू के मुख्य प्रवक्ता के मुताबिक इस स्कूल में नौकरी देने के नाम पर अपने स्वजनों-रामाधार चौधरी, कृष्णा सिंह, पंकज कुमार, प्रभुनाथ सिंह एवं चंद्रिका सिंह से जमीन लिखवा ली। विधान मंडल परिसर में शराब की बोतलें मिलने पर नीरज कुमार ने कहा कि इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। तेजस्वी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष को बोतलों के विषय में पता चला तो उन्होंने टाल फ्री नंबर पर सूचना क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी सदन के अंदर तो अपनी राय रखते हैं मगर बाहर इसका राजनीतिकरण करते हैं। शराबबंदी के प्रति संकल्प को लागू नहीं करना चाहते। बता दें कि बिहार विधान मंडल का शीत कालीन सत्र शुरू हो गया है। मंगलवार को सदन में शराब की बोतलें मिली थीं। मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत पूरे विपक्ष ने सरकार पर हमला किया था। हालांकि बोतलें कैसे आईं? इसकी जांच शुरू कर दी गई है। 

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