Bihar Politics: लोकसभा अध्यक्ष से मिले चिराग पासवान, चाचा पशुपति पारस के दावे को बताया गलत
Bihar Politics चिराग का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष की ओर से उनके चाचा और बिहार के हाजीपुर सीट से पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता स्वीकार किए जाने का फैसला सही नहीं है। यह पार्टी के संविधान के अनुरूप नहीं है।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: लोक जनशक्ति पार्टी की लड़ाई और जोर पकड़ती जा रही है। पार्टी सांसद बतौर एक गुट राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार की शाम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। चिराग का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष की ओर से उनके चाचा और बिहार के हाजीपुर सीट से पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता स्वीकार किए जाने का फैसला सही नहीं है। यह पार्टी के संविधान के अनुरूप नहीं है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को पहले भी इस बाबत पत्र लिखा था। शनिवार को उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर उनसे मिलकर अपनी बात रखी। साथ ही एक आवेदन भी दिया।
15 जून को भी लिखा था स्पीकर को इसी मसले पर पत्र
लोकसभा अध्यक्ष के आवास पर चिराग के साथ उनके गुट में शामिल पार्टी के प्रधान महासचिव जनाब अब्दुल खालिक जी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एके वाजपाई जी व प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी भी शामिल थे। बैठक में क्या नतीजा निकला या क्या आश्वासन मिला, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। पार्टी की ओर से बताया गया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शनिवार की देर शाम चिराग पासवान ने मुलाकात कर संसदीय दल के नेता पद पर पशुपति कुमार पारस की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। इससे पहले भी 15 जून को चिराग पत्र के जरिए ओम बिरला से इस आशय का अनुरोध कर चुके हैं।
प्रवक्ता ने कहा- स्पीकर से मिला सकारात्मक आश्वासन
पार्टी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) ने चिराग पासवान को आश्वस्त किया है कि वे लोजपा के संसदीय दल के नेता पद पर संविधान विशेषज्ञों से राय ले रहे हैं। उसी के आधार पर विधिसम्मत निर्णय लिया जाएगा। स्पीकर से मुलाकात के दौरान चिराग ने लोजपा और भारत के संविधान के तहत लोकसभा में लोजपा के संसदीय दल के नेता की नियुक्ति पर दोबारा विचार कर उचित निर्णय लेने का आग्रह किया। इस दौरान चिराग के साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक, उपाध्यक्ष एके बाजपेयी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी भी मौजूद थे।