Bihar Politics कुत्ता..राक्षस..बकलोल..थम नहीं रहा बिहार में विवादित शब्दों का सियासी पारा

बिहार के विवादित बयानों की तहकीकात करने के लिए अगर पोटली लेकर थोड़ा भी पीछे गए तो बहुत भारी-भारी सा लगेगा। पैदल चलिए मात्र तीन दिन पीछे। पहले कुत्ता आया फिर राक्षस और अंत में बगलोल। आइए जानते हैं किसने क्या बोला।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 04:47 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:43 PM (IST)
Bihar Politics कुत्ता..राक्षस..बकलोल..थम नहीं रहा बिहार में विवादित शब्दों का सियासी पारा
बिहार की राजनीति में विवादित शब्द आम रहे हैं। सांकेतिक तस्वीर।

जागरण टीम, पटना। कुत्ता...राक्षस...बकलोल...आम लोगों की जुबान से यह शब्द अगर निकल भी जाएं तो कोशिश रहती है कि जिनके लिए कहा गया हो वहां तक बात ना पहुंचे। सार्वजनिक मंच से संबोधन? ना बाबा ना। बिहार के खास की बात थोड़ी या कहें कि बहुत अलग है। सियासी गलियों से फेंके गए बयान सड़कों से होते हुए हाईवे पर आते हैं और देश में सुर्खियां बटोरने निकल पड़ते हैं। बिहार के विवादित बयानों की तहकीकात करने के लिए अगर पोटली लेकर थोड़ा भी पीछे गए तो बहुत भारी-भारी सा लगेगा। पैदल चलिए मात्र तीन दिन पीछे। असदुद्दीन ओवैसी को जवाब देते हुए भौंकने वाले कुत्ते का जन्म हो गया। जीतनराम मांझी को सीख देने में राक्षस प्रकट हो गया। राक्षस का तोड़ नहीं मिला तो बकलोल ही सही। 

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देते रहते हैं। उन्हें बिहार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक ने दो दिन पहले जवाब दिया है। मधुबनी की बिस्फी विधानसभा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि असदुद्दीन भौंकने वाले कुत्ते की तरह बोलते हैं। अगर उन्होंने फालतू बोलना बंद नहीं किया तो उनका घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। 

मांझी ने राम को लेकर दिया विवादित बयान

स्कूल और कालेज के पाठ्यक्रम में रामचरितमानस और रामायण की पढ़ाई से जुड़े सवाल पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने मंगलवार को कहा कि मैं नहीं मानता कि राम कोई जीवित और महापुरुष व्यक्ति थे। उन्होंने रामायण की कहानी को भी सच मानने से इनकार कर दिया। हां, रामायण में कहीं गई बातों का मांझी ने समर्थन किया। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) अध्यक्ष मांझी ने कहा कि  रामायण में लोगों के लिए अच्छी बातें कहीं गई हैं, इससे बेहतर व्यक्तित्व का निर्माण होता है। रामायण की बातों को पढ़ाई में शामिल करने के पक्ष में रहने की भी बात कही।

बचौल नहीं बकलोल हैं विधायक

मांझी के बयान से विवाद गहरा गया। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कह दिया कि अगर मांझी राम को नहीं मानते तो अपने नाम के साथ राक्षस क्यों नहीं जोड़ लेते। मांझी की पार्टी भी जवाब देने को तैयार हो गई। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) प्रवक्ता शिशिर कौंडिल्य ने कह दिया कि भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल नहीं बकलोल हैं। 

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