Bihar Politics : जीतनराम मांझी ने उठाई ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की नए सिरे से CBI जांच की मांग
Bihar Politics हम से अध्यक्ष तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने 46 साल पहले के ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की नए सिरे से सीबीआइ जांच की मांग उठाई है। ललित नारायण मिश्र की हत्या दो जनवरी 1975 को समस्तीपुर स्टेशन पर बम विस्फोट कर की गई थी।
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा (Lalit Narayan Mishra) की हत्या के 46 साल पुराने मामले को फिर से उठाया है। उन्होंने इसकी सीबीआइ जांच (CBI Probe) फिर से कराने की मांग की है। विदित हो कि ललित नारायण मिश्र की हत्या (Lalit Narayan Mishra Murder Case) दो जनवरी, 1975 को समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट से कर दी गई थी।
मांझी ने अपने ट्वीट में रखी यह मांग
मांझी ने अपने ट्वीट में ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की फिर से जांच करा हत्या में शामिल लोगों की पहचान कराने की मांग की है। अपने ट्वीट्स को नीतीश मिश्रा एवं वैभव मिश्रा के नाम के साथ टैग किए हैं। वैभव मिश्रा दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इस मामले में नए सिरे से सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। इसपर कोर्ट ने 21 अगस्त को जांच एजेंसी को छह सप्ताह में यह फैसला करने का आदेश दिया है कि क्या ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की दोबारा जांच की जरूरत है। याचिकाकर्ता वैभव मिश्रा के अनुसार सीबीआई की पहले हुई जांच में यह हत्या की सामान्य घटना मानी गई थी। जबकि, इस हत्या के पीछे राजनीतिक साजिश थी।
हत्याकांड के दोषियों को मिली उम्रकैद
विदित हो कि ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की जांच दो जांच आयोगों ने की। इस मामले में सीबीआइ ने आनंद मार्ग (Anand Marg) से जुड़े चार आरोपितों संतोषानंद अवधूत, रंजन द्विवेदी, सुदेशानंद अवधूत और गोपाल जी को गिरफ्तार किया। साल 2013 में कोर्ट ने सभी दोषियों को उम्रकैद की सजा दी।
याचिकाकर्ता वैभव मिश्रा ने की नई जांच की मांग
ललित नारायण मिश्रा हत्याकांड की जांच करने वाले न्यायमूर्ति तारकुंडे की रिपोर्ट में घटना को राजनीतिक साजिश का परिणाम बताया गया था। इसके आधार पर याचिकाकर्ता वैभव मिश्रा ने मुकदमा दायर कर नए सिरे से जांच की मांग रखी है।
मांझी के ललित नारायण मिश्रा परिवार से अच्छे संबंध
जीतन राम मांझी के ललित नारायण मिश्रा के परिवार से आने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा (Dr. Jagannath Mishra) के साथ अच्छे संबंध रहे थे। हालांकि, एक जमाने में बिहार में कांग्रेस (Congress) का मजबूत आधार रहा यह परिवार भारतीय जनता पार्टी (BJP) एवं जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ अधिक दिख रहा है। जगन्नाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा (Nitish Mishra) पहले जेडीयू से और अब बीजेपी से विधायक हैं। दूसरी ओर ललित नारायण मिश्रा के पोते ऋषि मिश्रा (Rishi Mishra) 2015 में जेडीयू के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन जब 2017 में कांग्रेस में शामिल हो गए।