Bihar Politics: क्या विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेचे थे टिकट! वायरल ऑडियो में कहा- MLA ने 12 लाख में खरीदा था
Bihar Politics क्या बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में टिकट बेचे गए? ऐसा हम नहीं कह रहे कांग्रेस के एक नेता ने ही यह दावा किया है। उसने बाकायदा टिकट खरदने वाले नेता का नाम भी बताया है। इस बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है।
पटना, स्टेट ब्यूरो। Bihar Politics बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में बड़ी पराजय का सामना करने वाली कांग्रेस (Congress) की परेशानियां कम होती नहीं दिखतीं। पार्टी अब नए बखेड़े में फंसी है। बक्सर के राजपुर क्षेत्र के विधायक को लेकर एक ऑडियो (Audio Viral) में दावा किया गया है कि विधायक विश्वनाथ राम ने कांग्रेस का टिकट हासिल करने के लिए 12 लाख रुपये दिए थे। हालांकि, विधायक ने इससे इनकार किया है। वे कहते हैं कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का बयान समाने नहीं आया है। विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने ऑडियो सुने बिना प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है।
कांग्रेस नेता की बातचीत का ऑडियो वायरल
बुधवार की सुबह होते ही कांग्रेस के बक्सर के नेता कुमार विजय और खुद को विधायक विश्वनाथ राम का करीबी बताने वाले अखिलेश सिंह मुखिया की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ। इसमें अखिलेश मुखिया बता रहे हैं कि राजपुर सीट से कांग्रेस का टिकट हासिल करने के लिए विधायक ने 12 लाख रुपये दिए। हालांकि, वे यह नहीं बता रहे हैं कि इतनी बड़ी रकम दी गई तो किसे दी गई। ऑडियो में और भी कई दावे किए गए हैं। दैनिक जागरण इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है, यह केवल यह बता रहा है कि ऐसा एक ऑडियो वायरल हो गया है।
पार्टी में टिकटों के बंटवारे में हुआ खेल
कुमार विजय ने इस मुद्दे पर कहा कि अखिलेश मुखिया की बात इसका सबूत है कि पार्टी में टिकटों के बंटवारे में खेल हुआ है। हालांकि, वे इसमें पार्टी का दोष नहीं मानते। कहते हैं कि राष्ट्रीय जनता दल के दबाव में पार्टी ने उन सीटों को भी ले लिया, जिनपर जीत की दूर तक कोई संभावना ही नहीं थी। उन्होंने कहा पार्टी को इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच करानी चाहिए।
अजीत शर्मा बोले: नहीं सुना ऑडियो
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने बताया कि उन्होंने अब तक ऐसा कोई ऑडियो सुना नहीं है। जब तक सुन नहीं लेंगे, कुछ भी कहना मुनासिब नहीं है। उन्होंने कहा कि कई लोगों के मुंह से यह बात सुनने में आई है। पार्टी पूरे मामले की छानबीन कर रही है। इसके बाद ही कुछ भी कहना उचित होगा।
विधायक का टिकट खरीदने से इनकार
इस मामले में राजपुर के कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम से भी बात की गई। उन्होंने टिकट के लिए किसी को भी पैसे देने से इनकार कर दिया। कहा कि 2015 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस बार बीजेपी ने जब उनका पत्ता काट दिया तो वे टिकट के लिए पहले आरजेडी के पास गए थे। आरेजडी नेतृत्व की ओर से जानकारी दी गई कि सीट कांग्रेस के पास है। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया और बगैर किसी की परैवी के या कोई पैसा दिए उन्हें टिकट दिया गया। उन्होंने अखिलेश मुखिया के दावे को झूठा बताया और कहा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है।