Bihar Politics: कांग्रेस बोली-मन बहलाने को मीटिंग कर रहे नीतीश, बंगाल चुनाव में लगा है स्वास्थ्य मंत्री का मन

कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा के साथ ही मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौर ने व्यवस्था को नाकाफी बताया। नेताओं ने कहा कि सरकार के पास कोरोना से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 01:37 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 01:37 PM (IST)
Bihar Politics: कांग्रेस बोली-मन बहलाने को मीटिंग कर रहे नीतीश, बंगाल चुनाव में लगा है स्वास्थ्य मंत्री का मन
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर चुटकी ली है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : राज्य के साथ देश मे कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है। बिहार में बुधवार को एक दिन में जहां साढ़े चार हजार से ज्यादा संक्रमित मिले। वहीं, देश मे करीब दो लाख कोरोना पॉजिटिव मिले। बिगड़ते हालात को देखते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा के साथ ही मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौर ने व्यवस्था को नाकाफी बताया। इन नेताओं ने गुरुवार को अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि सरकार के पास कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए अस्पतालों में ना तो कोई  इंतजाम हैं और ना ही कोई रणनीति।

वैक्सीन नहीं, उत्सव का ढोंगः राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि ना टेस्ट है और ना हॉस्पिटल में बेड, ना वेंटिलेटर न ऑक्सीजन, वैक्सीन भी नहीं है बस एक उत्सव का ढोंग है। इधर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने आज कहा कि पटना के साथ ही बिहार के तमान अस्पताल ऑक्सीजन और बेड की कमी से जूझ रहे हैं। कोरोना संक्रमित भगवान भरोसे अपनी जान की खैर मना रहे हैं, लेकिन राज्य की भाजपा-जदयू सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को इससे फर्क नहीं पड़ता। राज्य में अघोषित इमरजेंसी के हालात हैं। मीडिया तक से सच्चाई छिपाई जा रही है। सरकार इस महामारी को रोकने में पूरी तरह विफल रही है।

जनता के सुख-दुख से नीतीश को कोई मतलब नहीं

मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौर ने कहा, राज्य की जनता के सुख-दुख से नीतीश कुमार को कोई मतलब नहीं। अपना मन बहलाने के लिए अधिकारियों के साथ सिर्फ मीटिंग-मीटिंग खेलते रहते हैं। स्वास्थ्य मंत्री को अपने महकमे से कोई मतलब नहीं। उनका सारा ध्यान प. बंगाल के चुनाव पर है। बीच-बीच मे अतिथि की तरह बिहार आते रहते हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। 

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