रुपेश हत्‍याकांड में तीन एजेंसियां बहा रहीं पसीना, नतीजा क्‍या मिला, यह कोई नहीं बताता

इंडिगो एयरलांइस के अधिकारी की हत्‍या के 14 दिन बाद भी पुलिस को न तो हत्‍यारे मिले और न कोई सुराग ही हत्‍या की वजह भी अब तक नहीं जान पाई है पुलिस एसटीएफ एसआइटी के साथ सीआइडी भी जांच में जुटी फिर भी नहीं मिल रहा लाइनर का सुराग

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 11:07 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 11:07 AM (IST)
रुपेश हत्‍याकांड में तीन एजेंसियां बहा रहीं पसीना, नतीजा क्‍या मिला, यह कोई नहीं बताता
रुपेश हत्‍याकांड में बिहार पुलिस के हाथ अब तक खाली। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Murder of Indigo Airlines Officer Rupesh Kumar Singh in Patna: इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी रुपेश कुमार सिंह की हत्‍या के मामले में बिहार पुलिस के हाथ अब तक पूरी तरह खाली हैं। इस मामले में हत्‍यारे तो दूर, हत्‍या की वजह या हत्‍यारों का कोई सुराग तक नहीं ढूंढ सकी है। यह हालत तब है जब बिहार पुलिस की तीन एजेंसियां इस हत्‍याकांड की जांच में लगी हैं। एसआइटी के साथ ही एसटीएफ और सीआइडी की जांच का अब तक कोई नतीजा नहीं मिल सका है। रुपेश के परिवार ने इस मामले को सीबीआई को देने का आग्रह किया था। घटना के अगले दिन भाजपा नेता और सांसद विवेक ठाकुर ने भी मामला एक हफ्ते में नहीं सुलझने की स्थिति में इसे सीबीआई को सौंपने की वकालत की थी। लेकिन वक्‍त गुजरने के साथ सबकुछ बिल्‍कुल ठंडा होता दिख रहा है।

अपार्टमेंट के ठीक सामने हुई थी हत्‍या

इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी रूपेश सिंह पटना एयरपोर्ट पर बतौर एयरपोर्ट मैनेजर तैनात थे। उनकी हत्‍या ड्यूटी से घर लौटने के दौरान ठीक उनके अपार्टमेंट के सामने कर दी गई थी। इस मामले में बिहार पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद न तो शूटर पकड़े गए और न ही लाइनर हाथ आए। जांच में सीआइडी भी जुट गई है। एसआइटी व एसटीएफ के साथ रंगदारी और कई थानों की पुलिस घटना के बाद से ही दबिश दे रही है।

टेंडर और पार्किंग विवाद के एंगल से जांच

टेंडर और पार्किंग विवाद की भी जांच कर रही है लेकिन, वरीय पुलिस अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। पुलिस मुख्यालय के तीन आइपीएस, आइजी, एसएसपी से लेकर सिटी एसपी तक हर दिन समीक्षा कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बिल्डर और ठीकेदार के साथ इनके चार करीबी से भी पूछताछ हो चुकी है। अभी भी एसआइटी की दो टीम दिल्ली और झारखंड में छापेमारी कर रही है।

सूरत से लेकर गोवा तक दौड़ चुकी पुलिस

शूटरों को गिरफ्तार करने के लिए एसआइटी गोवा से लेकर यूपी समेत कई राज्यों में छापेमारी कर चुकी है। पुलिस ने हत्या से जुड़े कई एंगल को खंगाल डाला। उनके खाते की इसलिए जांच की कि शायद किसी से लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। सूत्रों के अनुसार रुपेश के अकाउंट में 40 हजार रुपये से भी कम हैं। खाते से कोई मोटी रकम का ट्रांजेक्शन भी नहीं हुआ है।

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