बिहार पंचायत चुनाव के पांचवें चरण के साथ नया इतिहास कायम, मतगणना में भूल की गुंजाइश शून्य

Bihar Panchayat Election 2022 दुनिया में पहली बार मतगणना में ईवीएम मशीन के मतगणना की गिनती भौतिक रूप के साथ ही साफ्टवेयर के माध्यम से कराई गई। साफ्टवेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है जो ईवीएम के सभी आंकड़ों को बिना किसी मानवीय सहायता के लिखित दस्तावेजों में बदल देता है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:02 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:27 PM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव के पांचवें चरण के साथ नया इतिहास कायम, मतगणना में भूल की गुंजाइश शून्य
बिहार पंचायत चुनाव: मतगणना के दौरान भूल की गुंजाइश शून्य हो गई है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार में इस बार 11 चरणों में पंचायत चुनाव हो रहे हैं। पांच फेज के लिए वोटिंग हो चुकी है। रिजल्ट काफी अप्रत्याशित आ रहे हैं। पांचवें चरण की मतगणना संपन्न होने के साथ ही मंगलवार को नया इतिहास कायम हुआ। अब वोटों की गिनती के दौरान भूल की गुंजाइश शून्य हो गई है। बता दें कि दुनिया में पहली बार मतगणना में ईवीएम मशीन के मतगणना की गिनती भौतिक रूप के साथ ही साफ्टवेयर के माध्यम से कराई गई। राज्य निर्वाचन आयुक्त डा. दीपक प्रसाद ने बताया कि पंचायत चुनाव के पांचवें चरण की मतगणना में पहली बार आप्टिकल कैरेक्टर रिकागनिशन (ओसीआर) साफ्टवेयर का प्रयोग किया गया। साफ्टवेयर के माध्यम से वोटों की गिनती में जुटे लोगों के साथ ओसीआर का भी इस्तेमाल किया गया। साफ्टवेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है, जो ईवीएम के सभी आंकड़ों को बिना किसी मानवीय सहायता के लिखित दस्तावेजों में बदल देता है।

कैसे काम करता है ओसीआर

साफ्टवेयर से अब मतों की गिनती पूरी तरह से पारदर्शी हो गई है। ओसीआर साफ्टवेयर से ईवीएम से होने वाली गिनती में हर प्रत्याशी का नाम और उसको प्राप्त मत का दस्तावेज तैयार हो जाता है। साथ ही जिस ईवीएम के मत की गिनती की जाती है उसकी संख्या भी दर्ज कर लेता है। ऐसे में कोई भी प्रत्याशी मतगणना हाल से बाहर भी चला जाता है तो उसे यह साफ्टवेयर एक-एक मतों की जानकारी दे देगी।

कोई व्यक्ति किसी भी प्रत्याशी को मदद नहीं कर सकता

उन्होंने बताया कि मतगणना हाल में भी कोई व्यक्ति किसी भी प्रत्याशी को मदद नहीं कर सकता है। साफ्टवेयर का उपयोग चौथे चरण में शुरू हुआ था। चौथे चरण में 18 जिलों के 87 ग्राम पंचायत सदस्यों के मतों की गिनती में इसका प्रयोग किया गया था। पांचवें चरण में मंगलवार को 31 जिलों के 1591 ग्राम पंचायत सदस्यों और 549 मुखिया पदों की मतगणना में प्रयोग किया गया। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि बिहार पंचायत आम चुनाव में पहली बार बायोमीट्रिक मशीन से वोटरों का सत्यापन और ओसीआर साफ्टवेयर का प्रयोग किया गया।

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