बिहार पंचायत मुखिया चुनाव: दसवें चरण में जमकर बरसे वोट, 10 व 11 दिसंबर को मतों की गिनती

Bihar Panchayat Mukhiya Result दसवें चरण में सर्वाधिक 64 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे ज्यादा 75 प्रतिशत मतदाताओं ने गया जिले में मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं सबसे कम 56 प्रतिशत मतदाताओं ने नवादा जिले में मतदान किया। अब मतों गिनती दस व 11 दिसंबर को होगी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 08:58 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 02:54 PM (IST)
बिहार पंचायत मुखिया चुनाव: दसवें चरण में जमकर बरसे वोट, 10 व 11 दिसंबर को मतों की गिनती
बिहार पंचायत चुनाव का दसवां चरण संपन्न हो गया। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: बिहार में दसवें चरण का त्रिस्तरीय पंचायत व ग्राम कचहरियों चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से बुधवार को संपन्न हो गया। दसवें चरण में सर्वाधिक 64 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे ज्यादा 75 प्रतिशत मतदाताओं ने गया जिले में मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, सबसे कम 56 प्रतिशत मतदाताओं ने नवादा जिले में मतदान किया। अब मतों गिनती दस व 11 दिसंबर को होगी। इसके साथ ही 24,816 पदों का परिणाम आ जाएगा। इसमें 10,981 पद पंचायत समिति सदस्य के लिए, 817 मुखिया के, 1105 पद पंचायत समिति सदस्य पद के, 115 पद जिला परिषद सदस्य के, 815 सरपंच के लिए और 10,981 पद ग्राम कचहरी पंच के हैं। दसवें चरण में कुल 93,725 प्रत्याशी किस्मत ईवीएम व मत पेटियों कैद हो गया हैं। इसमें पुरुष प्रत्याशियों की संख्या 42,953 और महिला प्रत्याशियों की संख्या 50,772 है।

2953 चुने गए निर्विरोध

आयोग के अनुसार दसवें चरण में 2953 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इसमें सौ विजेता ग्राम पंचायत सदस्य पद के, 2852 ग्राम कचहरी पंच पद के और एक मुखिया निर्विरोध चुने गए हैं। वहीं, 116 पदों पर किसी ने पर्चा ही नहीं भरा। ऐसे में यह पद रिक्त रह गया। इसमें दो पद ग्राम पंचायत सदस्य के और 116 पद ग्राम कचहरी पंच के हैं। आयोग की ओर से स्वच्छ मतदान के लिए लाइव वेबकास्टिंग और मतदाताओं की बायोमीट्रिक सत्यापन के अलावा कई स्तर पर फर्जी मतदान करने वालों पर नकेल कसने का इंतजाम किया गया है।

सात विभिन्न पदों पर चुनाव स्थगित

 सात विभिन्न पदों वाले निर्वाचन क्षेत्रों में प्रतिनिधियों के निधन के कारण मतदान को काउंटरमांड करते हुए स्थगित कर दिया गया है। वहीं, एक पद के लिए पुनर्मतदान कराया जाएगा। मतदान के दौरान मतदाताओं के बायोमीट्रिक सत्यापन में बोगस मतदान करनेवाले 15,199 लोगों को रोका गया। मतदान के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के कुल 37 शिकायतें प्राप्त हुई। 10वें चरण का मतदान को तेलंगाना के राज्य निर्वाचन आयुक्त सी पार्थ सारथी ने नालंदा जिला के रहुई प्रखंड के बूथ संख्या 36 मध्य विद्यालय पैठान पर जाकर देखा।

बड़ी संख्या में शिकायतें मिलीं

राज्य निर्वाचन आयुक्त डा दीपक प्रसाद ने बताया कि आयोग के ईवीएम की खराबी के सात, बोगस वोटिंग के चार, मुखिया प्रत्याशी द्वारा पोलिंग एजेंट को बूथ पर जाने से रोके जाने की एक, गलत रूप से मतदान कराने की दो, वोट नहीं देने के तीन, मारपीट होने की संभावना की एक शिकायत मिली। इसी तरह बायोमेट्रिक काम नहीं करने के चार, गलत मताधिकार के प्रयोग के तीन, बूथ कैप्टरिंग के तीन, पूर्व प्रमुख द्वारा पैसा वितरण के एक, थाना प्रभारी द्वारा एक प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने के दो, मतदान नहीं शुरू होने के एक, बूथ पर हंगामा के एक, विधि व्यवस्था के एक, पोलिंग एजेंट बनाये जाने के एक, बिना बायोमीट्रिक के मतदान के एक और सिपाही द्वारा वोटिंग कंपार्टमेंट में जाकर वोट डालने की एक शिकायतें प्राप्त हुईं। 

उन्होंने बताया कि सारण जिला के रसूलपुर पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र तीन में सरपंच, मिर्जापुर पंचायत में सरपंच, सिवान जिला के सारंगपुर पंचायत के वार्ड 10 के पंच, औरंगाबाद जिला के इसरौर पंचायत के वार्ड नौ में पंच, किशनगंज जिला के मजकुड़ी पंचायत के वार्ड सात में वार्ड सदस्य, पूर्णिया जिला के आसिवानी पंचायत के वार्ड संख्या आठ में पंच और समस्तीपुर जिला के सिंघिया प्रखंड के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 45 में जिला परिषद सदस्य के निधन के कारण मतदान को काउंटरमांड कर दिया गया जबकि किशनगंज जिला के पाठकोई कला के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 22 में प्रत्याशियों द्वारा सेक्टर पदाधिकारी को भ्रमित कर निर्वाचन क्षेत्र संख्या 21 के मतपत्र के साथ इवीएम कमिशनिंग करा कर मतदान कराने के कारण मतदान को रद कर दिया गया। वहां पर फिर से मतदान कराया जाएगा। 

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