बिहार पंचायत चुनाव रिजल्ट: पांचवें चरण में कई विधायकों के स्वजन हारे, गांव की सरकार में बड़े उलटफेर

Bihar Panchayat election Result पांचवें चरण में भी कई विधायकों के स्वजन चुनाव हार गए हैं। पराजित होने वाले में कई निवर्तमान पंचायत-प्रतिनिधि भी शामिल हैं। राजधानी पटना में जिला परिषद की अध्यक्ष अंजू देवी चुनाव हार गई हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:17 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:58 AM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव रिजल्ट: पांचवें चरण में कई विधायकों के स्वजन हारे, गांव की सरकार में बड़े उलटफेर
बिहार पंचायत चुनाव परिणाम में बड़ा परिवर्तन हुआ है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: बिहार में पंचायत और ग्राम कचहरियों के लिए 24 अक्टूबर को हुए पांचवें चरण का चुनाव परिणाम मंगलवार को आ गया। पिछले चार चरणों की तरह पांचवें चरण में भी कई विधायकों के स्वजन चुनाव हार गए हैं। पराजित होने वाले में कई निवर्तमान पंचायत-प्रतिनिधि भी शामिल हैं। राजधानी पटना में जिला परिषद की अध्यक्ष अंजू देवी चुनाव हार गई हैं। भ्रष्टाचार और अनुशासन से संबंधित मामले में सरकार ने पहले ही उन्हें बर्खास्त कर दिया था। गोपालगंज में जदयू विधायक पप्पू पांडेय के भतीजे मुकेश पांडेय जिला परिषद का चुनाव हार गए हैं। मुकेश जिला परिषद के अध्यक्ष थे। हथुआ में चैनपुर पंचायत में भाजपा के दिवंगत नेता कृष्णा शाही की बहन बबीता शाही ने अपनी भाभी शांता शाही को पटकनी दे दी। कृष्णा शाही की पत्नी चुनाव हार गईं।

भाई को भी नहीं जिता पाए विधायक

बेगूसराय जिला में बखरी प्रखंड की घाघड़ा पंचायत से भाकपा विधायक सूर्यकांत पासवान के भाई रविकांत पासवान चुनाव हार गए हैं। रविकांत को मुखिया पद के लिए तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। भोजपुर जिला में माले विधायक मनोज मंजिल की पत्नी शिला देवी जिला परिषद का चुनाव हार गईं। सारण जिला में तरैया के विधायक जनक सिंह के भतीजे पप्पू सिंह रामपुर अटौली पंचायत के मुखिया का चुनाव हार गए हैं। गया जिला में पूर्व शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा की समधन मंजू देवी जिला परिषद का चुनाव हार गईं हैं।

पति बना सरपंच और पत्नी बनी मुखिया

वैशाली जिला में बिदुपुर प्रखंड की सैदपुर गणेश पंचायत में एक दंपती को उल्लेखनीय सफलता मिली है। वहां की जनता ने पति और पत्नी दोनों के हाथों में क्रमश: ग्राम कचहरी और ग्राम पंचायत की नुमाइंदगी सौंप दी है। इस तरह पति को सरपंच और पत्नी को मुखिया की कमान मिल गई है। बता दें कि इसबार पंचायत चुनाव 11 चरणों में हो रहे हैं। पांच फेज का इलेक्शन हो गया है। 

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