Panchayat Chunav: मेडिकल बोर्ड में बुलाते ही दूर हुई चुनाव कर्मियों की बीमारी, पटना में 539 आवेदन अस्‍वीकृत

Panchayat Chunav in Patna चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए सरकारी कर्मचारियों का दांव फेल हो रहा है। पटना में प्रशासन ने ऐसे दावों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड गठित किया तो कई कर्मचारी जांच कराने ही नहीं आए।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:50 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:50 AM (IST)
Panchayat Chunav: मेडिकल बोर्ड में बुलाते ही दूर हुई चुनाव कर्मियों की बीमारी, पटना में 539 आवेदन अस्‍वीकृत
पटना में मेडिकल बोर्ड गठित कर कराई गई चुनाव कर्मियों की जांच। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Panchayat Chunav 2021: बिहार में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चुनाव कर्मियों का पुराना खेल शुरू हो गया है। चुनाव की ड्यूटी से बचने के लिए ढेरों सरकारी कर्मचारियों ने खुद के बीमार होने का दावा कर दिया है। इधर, प्रशासन ने भी सही लोगों को राहत और झूठों की पहचान के लिए मेडिकल बोर्ड गठित कर जांच करानी शुरू कर दी है। गत दिनों ऐसी ही एक जांच के दौरान ड्यूटी के लिए बीमार बताने वाले 97 लोक सेवक मेडिकल बोर्ड के समक्ष जांच कराने नहीं उपस्थित हो सके। जिले में 1379 लोगों ने बीमारी के कारण चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने के लिए आवेदन दिया था। मेडिकल बोर्ड ने 743 लोगों की जांच के बाद बीमार होने के दावे पर मुहर लगा दिया। ऐसे लोगों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की अनुशंसा जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को भेज दिया है।

एसके मेमोरियल हाल में चार टीमों ने की जांच

चिकित्सकों की चार टीमों ने एसके मेमोरियल हाल में मतदान और मतगणना के लिए प्रतिनियुक्त कर्मियों व पदाधिकारियों की स्वास्थ्य जांच की। जांच के दौरान दिव्यांग, गंभीर बीमारी जैसे हृदय रोग, कैंसर, किडनी रोग और गर्भवती को चुनाव कार्य से मुक्त करने की अनुशंसा कर दी है।

चुनाव ड्यूटी के लिए बीमार 97  लोग नहीं आए मेडिकल जांच को जिले में 1379 लोगों ने बीमारी के कारण चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने को किया था आवेदन मेडिकल बोर्ड ने 743 लोगों की जांच के बाद चुनाव कार्य से मुक्त करने की अनुशंसा

कुल 1379 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से स्वास्थ्य परीक्षण एवं मेडिकल रिपोर्ट की जांच के उपरांत 743 आवेदन स्वीकृत कर दिए गए।  97 आवेदक मेडिकल बोर्ड का सामना नहीं किए। 539 आवेदन अस्वीकृत किए गए। मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा के आधार पर कार्मिक कोषांग को चुनाव कार्य से अलग रखने का निर्देश दे दिया गया है।

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