Bihar Panchayat Chunav 2021: आयोग की दो टूक, नेटवर्क नहीं है तो बूथों पर सेटेलाइट फोन लगाएं

Bihar Panchayat Chunav 2021 राज्‍य में पहले एवं दूसरे चरण के मतदान की तैयारियों में जिला प्रशासन से लेकर आयोग भी मुस्‍तैदी से जुटा है। इस क्रम में कई बूथ ऐसे चिह्नित किए गए हैं जो मोबाइल नेटवर्क विहीन हैं।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 07:21 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 07:21 AM (IST)
Bihar Panchayat Chunav 2021: आयोग की दो टूक, नेटवर्क नहीं है तो बूथों पर सेटेलाइट फोन लगाएं
नेटवर्क के लिए इंतजाम करने का आदेश। सांकेतिक तस्‍वीर

पटना,  राज्य ब्यूरो। Bihar Panchayat Chunav 2021: पंचायत चुनाव में पहले और दूसरे चरण के मतदान संपन्न कराने की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच आठ जिलों में 151 बूथों की पहचान मोबाइल नेटवर्क विहीन (Communication Shadow Zone) के रूप में की गई है। ये बूथ रोहतास, कैमूर, पश्चिम चंपारण, गया, मधुबनी, किशनगंज, बांका और जमुई जिले में हैं। इसको देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने संबंधित  निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अविलंब कम्युनिकेशन शैडो जोन में नेटवर्क बहाल कराना सुनिश्चित कराएं। आयोग ने कहा है कि ऐसे क्षेत्रों में कम्युनिकेशन की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत वायरलेस सेट या सेटेलाइट फोन की व्यवस्था की जाए।

नेटवर्क ठीक कराने की दिशा में करें काम 

आयोग ने यह भी कहा है कि एयरटेल नेटवर्क की जानकारी ली जाए, साथ ही बीएसएनएल के साथ बैठक कर नेटवर्क ठीक करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करें। जिला निर्वाचन अधिकारियों को बुधवार को भेजे गए पत्र में आयोग ने कहा है कि पंचायत चुनाव में मतदान के दिन बायोमीट्रिक के साथ आधार द्वारा मतदाताओं का सत्यापन किया जाना है। इस कार्य और मतदान दल के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करने के लिए बूथों पर नेटवर्क कनेक्टिविटी का होना आवश्यक है। साथ ही आयोग ने इन जिलों में शैडो जोन की सूची भी भेजी है।

ये बूथ हैं कम्‍यूनिकेशन शैडो जोन

रोहतास जिले में 10 बूथ, कैमूर जिले में सर्वाधिक 80 बूथ, पश्चिम चंपारण जिले में 30 बूथ, गया जिले में 14 बूथ, मधुबनी जिले में पांच बूथ, किशनगंज जिले में चार बूथ, बांका जिले में एक बूथ और जमुई जिले में सात बूथ कम्युनिकेशन शैडो जोन में हैं, जहां पर संपर्क स्थापित नहीं हो रहा है।

इन बूथों पर पहले चरण में 24 सितंबर और दूसरे चरण में 29 सितंबर को मतदान कराए जाने हैं। ऐसे में अधिकारियों के समक्ष नेटवर्क बहाली की व्‍यवस्‍था करना बड़ी चुनौती होगी। 

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