बिहार में सफाईकर्मियों ही हड़ताल ने बिगाड़ा शहरों का हाल, पटना की सड़कों पर कचरे का लगा अंबार

Municipality Workers Strike in Bihar बिहार के शहरी क्षेत्रों में सफाई कर्मियों की हड़ताल खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही है। सरकार और हड़ताली संगठन के बीच कई दौर की बात के बाद भी कोई नतीजा निकलता नहीं दिख रहा है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 08:04 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 08:04 AM (IST)
बिहार में सफाईकर्मियों ही हड़ताल ने बिगाड़ा शहरों का हाल, पटना की सड़कों पर कचरे का लगा अंबार
पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारी भी हड़ताल पर। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के सभी नगर निकायकर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही। नगर विकास एवं आवास विभाग की तीन सदस्यीय कमेटी के साथ यूनियन नेताओं की देर शाम तक वार्ता होती रही, मगर कोई नतीजा नहीं निकला। सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच बातचीत अंतिम दौर में है। मांगें माने जाने के लिखित आश्वासन पर मामला अटका है। सोमवार को फिर से वार्ता बुलाई गई है। उम्मीद है कि सोमवार को वार्ता के बाद यूनियन हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर सकती है। इधर, पटना में सफाईकर्मियों की हड़ताल से शहर की सूरत बिगड़ गई है। हड़ताली कर्मचारियों ने नगर निगम की कई गाड़‍ियों में तोड़फोड़ भी की। इसके बाद कई कर्मचारियों को कार्यमुक्‍त कर दिया गया तो कुछ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

फैसले तक हड़ताल पर अड़े कर्मचारी

बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह, महामंत्री अमृत प्रसाद एवं श्यामलाल प्रसाद ने अपने बयान में कहा कि नगर निकाय के कॢमयों की 12 सूत्री लंबित मांगों पर तीन सदस्यीय कमेटी के साथ वार्ता हुई। कमेटी में पटना के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा, निदेशालय प्रशासन के निदेशक सतीश कुमार सिंह एवं वेद प्रकाश शामिल थे। यूनियन की मांगों पर कमेटी का कहना है कि ऐसे मामलों पर वित्त विभाग अथवा कैबिनेट ही निर्णय ले सकती है। इस पर यूनियन नेताओं ने कहा कि जब तक सरकार इस पर फैसला नहीं करती है, तब तक हड़ताल को किसी भी परिस्थिति में स्थगित नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

विभाग ने कहा-जनहित में हड़ताल वापस लें सफाईकर्मी

नगर विकास एवं आवास विभाग ने रविवार को एक बार फिर से दोहराया कि विभाग वार्ता और नियमानुकूल मांगों को मानने के लिए तैयार है। जनहित में संक्रमण को देखते हुए सफाईकर्मी अविलंब हड़ताल को समाप्त करें। अधिकारियों ने कहा कि विभाग के द्वारा सफाई कर्मचारी यूनियन की मांगों पर शनिवार को ही स्थिति स्पष्ट कर दी गई थी। इसके बाद उन्होंने रविवार को अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। अब यूनियन के द्वारा फिर से सोमवार को हड़ताल पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। विभाग के द्वारा सफाई कर्मचारी संघ से सौहार्दपूर्ण वार्ता का प्रयास लगातार जारी है।

सफाई कर्मियों की हड़ताल से राजधानी में सड़ांध

पटना में सफाईकर्मियों की छह दिन से चल रही हड़ताल ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। तकरीबन हर मोहल्ले में स्थिति नारकीय हो चली है। जगह जगह लगे कूड़े के ढेर बारिश होने के बाद सड़ांध देने लगे हैं। इनकी सफाई की कोई व्यवस्था होती नहीं दिख रही है। पटना शहर में 43 सौ टन से अधिक कचरा जमा है। लोग घरों का कचरा सड़कों और गलियों में फेंकने को मजबूर हैं। पटना से प्रतिदिन एक हजार टन कचरा निकलता है। करीब तीन सौ टन कचरा नगर निगम रात में उठाने का दावा कर रहा है।

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