Bihar News: मद्य निषेध के विशेष अधीक्षक का इस्तीफा, तीन अधिकारियों का तबादला

कुमार अमित ने अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा विभाग ने तीन मद्य निषेध अधीक्षकों का तबादला करते हुए दूसरे जिले में भेजा है। मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने इससे जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 10:04 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 10:04 PM (IST)
Bihar News: मद्य निषेध के विशेष अधीक्षक का इस्तीफा, तीन अधिकारियों का तबादला
मद्य निषेध के विशेष अधीक्षक ने अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : मद्य निषेध के विशेष अधीक्षक (मुख्यालय) कुमार अमित ने अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा विभाग ने तीन मद्य निषेध अधीक्षकों का तबादला करते हुए दूसरे जिले में भेजा है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने इससे जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी है। विशेष अधीक्षक कुमार अमित ने 23 नवंबर को ही स्वास्थ्य कारणों से त्याग पत्र स्वीकृत करने का आवेदन दिया था जिसे विभाग ने स्वीकृत कर लिया है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे पिछले 15 वर्षों से अस्थमा की बीमारी से ग्रसित हैं। उनके स्वास्थ्य की स्थिति उन्हें सौंपे गए दायित्वों के अनुकूल नहीं है। इसके अलावा उत्तर बिहार के एक और अधीक्षक के भी इस्तीफा देने की सूचना है। 

जहानाबाद, किशनगंज, मुंगेर में नए अधीक्षक 

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने जहानाबाद, किशनगंज व मुंगेर में नए अधीक्षकों की तैनाती की है। बिहार स्टेट बेवरेज कारपोरेशन लिमिटेड (बीएसबीसीएल) पटना में अधीक्षक के पद पर रहे अश्विनी कुमार व तारिक महमूद को क्रमश: जहानाबाद और दरभंगा का मद्य निषेध अधीक्षक बनाया गया है। वहीं बांका में मद्य निषेध अधीक्षक रहे विपिन कुमार को मुंगेर भेजा गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। 

- बांका में मद्य निषेध अधीक्षक रहे विपिन कुमार को मुंगेर - अविनाश प्रकाश को भी जल्द निलंबित किया जा सकता है

मोतिहारी के मद्य निषेध अधीक्षक होंगे निलंबित

शराब के धंधेबाजों से सांठ-गाठ और आय से अधिक संपत्ति मामले में विशेष निगरानी इकाई की छापेमारी के बाद पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) के मद्य निषेध अधीक्षक अविनाश प्रकाश को भी जल्द निलंबित किया जा सकता है। इसके साथ ही उनपर विभागीय कार्यवाही भी शुरू होगी। वह मद्य निषेध विभाग के पहले अधिकारी हैं, जिन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। विभाग में इनके भ्रष्ट आचरण की लगातार सूचना मिल रही थी जिसके बाद कार्रवाई की गई है। 

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