बिहार में राजद के पूर्व विधायक ने अपने ही बाडीगार्ड से की गंदी हरकत, भोजपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
Bihar Crime बिहार में राजद के पूर्व विधायक ने अपने ही सरकारी बाडीगार्ड के साथ ऐसी कर दी हरकत की जाना पड़ा जेल विधायक की गिरफ्तारी बड़हरा थाना क्षेत्र के काजीचक गांव से हो सकी। छापेमारी का नेतृत्व आरा सदर एसडीपीओ सह एएसपी हिमांशु कुमार कर रहे थे।
आरा, जागरण संवाददाता। बिहार में राजद के कुछ विधायक अक्सर अपने कारनामे को लेकर चर्चा में रहते हैं। इस बार पार्टी के एक पूर्व विधायक सरोज यादव ने अपने ही सरकारी अंगरक्षक के साथ ऐसी हरकत कर दी कि उन्हें जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा। मामला भोजपुर जिले के बड़हरा विधानसभा से जुड़ा है। बड़हरा विधानसभा के पूर्व राजद विधायक सरोज यादव को पुलिस ने मंगलवार की देर शाम गिरफ्तार कर लिया। पूर्व विधायक की गिरफ्तारी बड़हरा थाना क्षेत्र के काजीचक गांव से हो सकी। छापेमारी का नेतृत्व आरा सदर एसडीपीओ सह एएसपी हिमांशु कुमार कर रहे थे। एसपी विनय तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।
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एसपी के अनुसार पकड़े गए पूर्व विधायक पर पहले से सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने व एससी-एसटी अधिनियम का केस दर्ज हैं, जिसमें फरार चल रहे थे। इसके अलावा पंचायत चुनाव को लेकर प्रचार बंद होने के बावजूद जिला परिषद उम्मीदवार अपनी पत्नी सोशीला देवी के पक्ष में पर्चा वितरण कर जनसंपर्क अभियान चलाने का आरोप है। पुलिस ने स्कार्पियो गाड़ी को भी जब्त किया है। इसे लेकर अलग से आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने का भी आदेश दिया गया है। पकड़े गए पूर्व विधायक बड़हरा के केशोपुर गांव के निवासी हैं। पिछली बार महागठबंधन के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़े थे। हालांकि, हार का सामना करना पड़ा था। इधर, पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद पकड़े गए पूर्व विधायक को रातोंरात जेल भेज दिया।
बड़हरा पूर्वी क्षेत्र से जिला पार्षद सीट के लिए चुनाव लड़ रही पत्नी
बड़हरा के केशोपुर गांव निवासी पूर्व राजद विधायक सरोज यादव की पत्नी सोशीला देवी इस बार बड़हरा पूर्वी क्षेत्र संख्या 28 से जिला परिषद उम्मीदवार हैं। आठ दिसंबर को मतदान होने को लेकर 48 घंटे पहले ही प्रचार-प्रचार पर रोक था। बावजूद आरोप हैं कि पूर्व विधायक जिप उम्मीदवार पत्नी के लिए काजीचक गांव में प्रचार करने पहुंचे हुए थे।
नोट बांटे जाने की भी मिली थी शिकायत
इधर, पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि पूर्व राजद विधायक बड़हरा के काजीचक गांव में स्कार्पियो से आकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। पैसा बांटे जाने की भी शिकायत थी। इसके बाद एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद बड़हरा, कोईलवर, गीधा, कृष्णागढ़ एवं सिन्हा ओपी की पुलिस ने वहां छापेमारी की। हालांकि, नकदी तो नहीं मिला। लेकिन, पर्चा बरामद होने की बात चर्चा में है, हालांकि पूर्व विधायक के समर्थक साजिश के तहत फंसाए जाने का आरोप लगा रहे हैं।
बाडीगार्ड ने ही दर्ज कराया था केस
पुलिस के अनुसार बड़हरा के फूहां गांव में पिछले माह पांच नवंबर को एक बच्चे की प्रियांशु की हत्या हुई थी। जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने आरा-छपरा फोरलेन को जाम कर हाे-हंगामा भी किया था। इस दौरान पूर्व विधायक भी गए थे। आरोप है घटनास्थल से लौटते समय पूर्व विधायक द्वारा अपनी गाड़ी में पुलिस-प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों के विरुद्ध् आपत्तिजनक टिप्पणी की जा रही थी, जिसका विरोध पूर्व विधायक के ही सरकारी अगंरक्षक सत्येन्द्र कुमार पासवान ने किया था।
अंगरक्षक का आरोप था पूर्व विधायक ने उनके साथ गाली-गलौज व मारपीट भी की। सरकारी हथियार भी छीनने का प्रयास किया गया। जान से मारने की भी धमकी दी गई। इसके बाद बाडीगार्ड ने बड़हरा थाना में पूर्व विधायक के विरुद्ध जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किए जाने का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने अंगरक्षक की शिकायत पर 17 नवंबर को एफआईआर दर्ज की थी। एसपी ने जांच में आरोप को सही पाते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।