दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे अयांश के लिए आगे आए बिहार के मंत्री, इलाज के लिए दिया एक महीने का वेतन

स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से जूझ रहे अयांश के इलाज के लिए बिहार के मंत्री ने एक महीने का वेतन दिया है। गंभीर बीमारी का पता लगने के बाद राज्य के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी उसके पिता से मिलने पहुंचे।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:20 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:20 PM (IST)
दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे अयांश के लिए आगे आए बिहार के मंत्री, इलाज के लिए दिया एक महीने का वेतन
बीमार अयांश के घर पहुंचे मंत्री मुकेश सहनी।

राज्य ब्यूरो, पटना : विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से जूझ रहे अयांश के इलाज के लिए अपने एक महीने का वेतन (दो लाख रुपये) दिया है। रूपसपुर में रहने वाले अयांश की आयु 10 महीने है। गंभीर बीमारी का पता लगने के बाद सहनी उसके पिता से मिलने पहुंचे। अयांश का हाल जाना और फिर अपने एक महीने का वेतन उसके इलाज के लिए देने का फैसला किया।

सहनी ने कहा कि अयांश की बीमारी अत्यंत दुर्लभ है। डाक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के इलाज के लिए जिस इंजेक्शन की जरूरत है, वह 16 करोड़ रुपये का है। इस परिवार के लिए इतनी रकम एकत्र करना संभव नहीं है, लेकिन इस मुश्किल वक्त में बिहार के लोग अयांश के साथ हैं। सहनी ने कहा वे सबसे निवेदन करते हैं कि अयांश को बचाने की मुहिम में आगे आएं और जिस से जितना बन पड़े, उसकी मदद जरूर करें। उन्होंने कहा कि अभी एक महीने का वेतन दिया है। आगे जरूरत पड़ेगी तो हम और भी मदद करेंगे। इस दौरान सहनी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति, आनंद मधुकर यादव, पप्पू चौहान, बैधनाथ सहनी, अर्जुन सहनी मौजूद रहे।

विधान परिषद में भी उठ चुका है मामला

बता दें कि हाल ही में अयांस का मामला विधान परिषद में भी उठा था। भाजपा सदस्य संजय प्रकाश ने विधान परिषद की कार्यवाही कहा कि अयांश एक ऐसी दुर्लभ बीमारी का शिकार है, जो विश्व में एक-दो लोगों को ही होती है। बच्चे के इलाज के लिए 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है। बिहार सरकार को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए। बता दें कि इंजेक्शन अमेरिका की एक कंपनी ही बनाती है। कीमत मिलने के बाद अस्पताल को कपनी इंजेक्शन उपलब्ध कराती है। अभी अयांश का इलाज बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस में चल रहा है। 

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