बिहार के मंत्री बोले-पहले भी तो भाजपा-जदयू अलग चुनाव लड़ते ही रहे हैं, यूपी पर राज्य प्रभारी लेंगे निर्णय
बिहार के पंचायती राज मंत्री ने नालंदा में कहा कि इस बार पंचायत चुनाव पूरी तरह ईवीएम से कराने की मंशा थी। लेकिन देशभर से छह लाख की जगह ढाई लाख ईवीएम ही मिली। इस कारण चार पदों पर बैलेट से चुनाव कराया जा रह है।
बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी (Panchayati Raj Minister Samrat Chaudhary) एकदिवसीय दौरे पर बिहारशरीफ पहुंचे। आइएमए हॉल में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया। टीकाकर्मियों को गुलाब का फूल और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। फिर नाला रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में प्रेस वार्ता की। यहां से मंत्री बाबा मणिराम के अखाड़े पर पहुंचे और दीप जलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Birthday) की जन्मतिथि के मौके पर सेवा व समर्पण दिवस का शुभारंभ किया। पार्टी कार्यकर्ता अगले 15 दिनों तक आमजन के सरोकारों से जुड़कर इसे उत्सव के तौर पर मनाएंगे।
यूपी में जद यू से गठबंधन का फैसला पार्टी के राज्य प्रभारी करेंगे
यहां एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि उत्तरप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में जदयू से गठबंधन का फैसला पार्टी के यूपी प्रभारी करेंगे। वैसे जहां तक अलग-अलग लड़ने की बात है तो पहले भी जदयू तो भाजपा से अलग होकर अन्य राज्यों में चुनाव लड़ता रहा है। लेकिन उससे हमारे गठबंधन पर असर नहीं पड़ेगा। हमारा गठबंधन बिहार व केंद्र में मजबूती से है।
सभी पदों पर ईवीएम से चुनाव कराने की थी मंशा
पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) के बारे में सम्राट ने कहा कि हमारा इरादा सभी पदों के लिए ईवीएम (EVM) से मतदान कराने का था। इसके लिए कुल छह लाख ईवीएम की जरूरत थी, परंतु देश भर से ढाई लाख ईवीएम ही मिल सकी। इसलिए चार पदों पर बैलेट से चुनाव कराने पड़ रहे हैं। ईवीएम से मतदान का लाभ यह होगा कि कोई भी प्रत्याशी शासन पर हराने या जिताने का आरोप नहीं लगा सकेगा। वहीं पूर्व के चुनावों में बैलेट वाले 15 से 20 फीसद मतों के रद होने वाली स्थिति नहीं रहेगी। ईवीएम में विशेष चिप लगे होने की अफवाहों व आरोपों पर मंत्री ने कहा कि देश में कहीं भी चुनाव जीतने वालों ने इस तरह की बात नहीं की। हारने वाले तो कुछ भी कहते रहते हैं।