'रंगीला' के प्यार में बंगाल से बिहार आ गई दो बच्चों की मां, आशिक के दरवाजे पर बैठी तो मिला न्याय
Bihar Love Affair News प्यार में बंगाल से अपने दो नन्हें बच्चों के साथ अपने आशिक के दरवाजे पर दो दिनों से बैठी महिला को गुरुवार को आखिरकार घर वालों को अपनाना ही पड़ा। घटना बिहार के वैशाली जिले की है।
संवाद सूत्र, लालगंज (वैशाली) : प्यार में बंगाल से अपने दो नन्हें बच्चों के साथ करताहां थाना क्षेत्र के गुरमिया गांव स्थित अपने आशिक के दरवाजे पर दो दिनों से बैठी महिला को गुरुवार को आखिरकार घर वालों को अपनाना ही पड़ा। जानकारी के अनुसार गुरमिया गांव निवासी मो. शहीद का पुत्र सोहराब उर्फ रंगीला खान कोलकाता में रहकर ऑटो चलाता है। उसे मोहल्ले में ही अपने पति के साथ रह रही एक महिला से प्यार हो गया, जिसे लेकर वह कोलकाता से बिहार आ गया। परंतु वह घर नहीं आकर हाजीपुर में रूम लेकर रहने लगा।
पश्चिम बंगाल से लेकर आ गया बिहार
बताया जाता है कि वैशाली का लड़की महिला को अपने साथ बंगला से लेकर आ गया। हाजीपुर में रूम लेकर 15 से 16 दिन साथ रहने के बाद युवक महिला व उसके बच्चों को छोड़ कर फरार हो गया। महिला ने अपने प्रेमी के वापस लौटने का काफी इंतजार किया पर वह नहीं आया। उसके फरार होने के बाद महिला को मकान मालिक ने पांच सौ रुपये दिया, जिससे वह एक ऑटो लेकर आशिक के गांव चली आई। परंतु सोहराब उर्फ रंगीला खान उसे नहीं मिला और घर वालों ने घर में ताला बंद कर फरार हो गए। इसके बाद वह उसके दरवाजा पर ही रहने लगी, जिसे गांव वालों ने खाना-पानी देकर सहयोग किया।
दो साल से करती है प्यार, नहीं रह सकती युवक के बिना
महिला ने बताया कि उसे सोहराब से दो वर्ष से प्यार है और वह उसके बिना नहीं रह सकती। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और गांव पहुंची पुलिस के समक्ष ग्रामीणों ने पंचायत रखी। जिसके बाद सोहराब के पिता ने उसे घर में रख लिया, हालांकि सोहराब के माता-पिता लगातार कहते रहे कि उसे अपने पुत्र से बात नहीं हो पा रही है। युवती के पश्चिम बंगाल से बिहार आने की चर्चा पूरे जिले में फैल गई है।