सुशील मोदी और शाहनवाज के बीच है एक अनोखा रिश्ता, जानकर हैरान रह जाएंगे आप भी

Bihar Politics सुशील मोदी की छोड़ी गई सीट से दो बार चुनाव जीत चुके हैं शाहनवानज हुसैन सुशील मोदी और शहनवाज के बीच है उत्तराधिकार का रिश्ता दूसरी बार मोदी की छोड़ी सीट पर सदन में जाएंगे हुसैन

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 06:39 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:05 PM (IST)
सुशील मोदी और शाहनवाज के बीच है एक अनोखा रिश्ता, जानकर हैरान रह जाएंगे आप भी
सुशील मोदी की छोड़ी गई सीट से उम्‍मीदवार बनाए गए हैं सैयद शाहनवाज हुसैन। जागरण

पटना [अरुण अशेष]। पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Ex Deputy chief Minister Sushil Kumar Modi) और विधान परिषद उप चुनाव (Bihar Legislative council by-election) के उम्मीदवार शहनवाज हुसैन (Syed Shahnawaj Hussain) के बीच क्या रिश्ता है? आप यही कहेंगे कि दोनों एक दल के हैं। दल के लिए महत्वपूर्ण भी हैं। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि इससे अलग भी दोनों के बीच एक रिश्ता है। यह है उत्तराधिकार का रिश्ता। मोदी की छोड़ी सीट पर अब तक तीन बार उप चुनाव की नौबत आई है। दो बार उनके उत्तराधिकारी शहनवाज हुसैन ही बने हैं। एक बार यह अवसर अरुण कुमार सिन्हा को मिला।

बिहार विधान परिषद की दो सीटों पर हो रहा उप चुनाव

राज्य में विधान परिषद की दो सीटों पर उप चुनाव हो रहा है। एक सीट मोदी के राज्यसभा में जाने के कारण रिक्त हुई है। पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा विधानसभा के लिए निर्वाचित हो गए। वे विधान परिषद के सदस्य थे। दूसरी सीट उनके विधायक बनने के कारण रिक्त हुई है। झा की सीट पर विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी उम्मीदवार बने हैं। मोदी की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री शहनवाज हुसैन विधान परिषद में जाएंगे।

पहले उत्तराधिकारी बने सिन्हा

सुशील कुमार मोदी 1990 में पटना मध्य से भाजपा के विधायक बने। वे 2000 का विधानसभा चुनाव इसी क्षेत्र से जीते। 2004 के लोकसभा चुनाव में वे भागलपुर से निर्वाचित हुए। पटना मध्य की विधानसभा सीट पर उप चुनाव हुआ। अरुण कुमार सिन्हा को उत्तराधिकार मिला। सिन्हा उप चुनाव जीते। 2005 का आम चुनाव जीते। 2010 में इस क्षेत्र का नाम बदल गया। पटना मध्य कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र हो गया। सिन्हा अब तक इस क्षेत्र से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। कह सकते हैं कि मोदी का उत्तराधिकार फलता-फूलता है।

शहनवाज को दूसरा मौका

1999 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज से भाजपा टिकट पर सांसद बने शहनवाज हुसैन 2004 में चुनाव हार गए। सुशील कुमार मोदी 2004 में भागलपुर से लोकसभा का चुनाव जीते। 2005 के नवंबर में वे राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री बने। उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। 2006 में उप चुनाव हुआ। शहनवाज हुसैन भाजपा उम्मीदवार की हैसियत से चुनाव लड़े और जीते। वे 2009 में भी जीते। 2014 में उनकी हार हो गई। तब से वे किसी सदन के सदस्य नहीं थे। संयोग देखिए। शनिवार को शहनवाज को परिषद की जिस सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है, वह मोदी के राज्यसभा में जाने के कारण रिक्त हुई है।

बधाई में किया संयोग का जिक्र

उम्मीदवारी की घोषणा के बाद शहनवाज हुसैन ने मोदी को नामांकन के समय मौजूद रहने का आग्रह किया। उन्होंने फोन पर आभार व्यक्त किया। मोदी ने उन्हें भागलपुर लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव और उसमें शहनवाज के उम्मीदवार बनने और जीतने के संयोग का जिक्र किया। भरोसा भी दिया कि वे नामांकन के समय जरूर मौजूद रहेंगे।

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