Kuchaykot Election 2020: कुचायकोट सीट पर फिर आमने-सामने होंगे अमरेंद्र पांडेय और काली पांडेय, 54 फीसद हुआ मतदान

Kuchaykot Election news 2020 कुचायकोट विधानसभा सीट पर एक बार फिर जदयू के विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय का सामना पुराने प्रतिद्वंद्वी काली प्रसाद पांडेय से होगा। हालांकि काली प्रसाद पांडेय इस बार महागठबंधन से कांग्रेस के उम्‍मीदवार हैं।

By Bihar News NetworkEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 09:59 PM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 08:27 PM (IST)
Kuchaykot Election 2020: कुचायकोट सीट पर फिर आमने-सामने होंगे अमरेंद्र पांडेय और काली पांडेय,  54 फीसद हुआ मतदान
बिहार विधानसभा चुनाव: कुचायकोट सीट की जंग को लेकर प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जेएनएन, गोपालगंज।  कुचायकोट सीट गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र की महत्‍वपूर्ण सीट है। मंगलवार को यहां 54 फीसद मतदान हुआ। यहां के पहले विधायक 1952 में कांग्रेस के नंदकिशोर लाल विधायक बने थे। दोबारा हुए परिसीमन में 2008 में यह सीट अस्तित्‍व में आई। 2015 में हुए चुनाव में जदयू के अमरेंद्र कुमार पांडेय ने राजग प्रत्‍याशी के रूप में लोजपा के काली प्रसाद पांडेय को पराजित किया था। इस चुनाव में विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय के सामने फिर काली प्रसाद पांडेय हैं। लेकिन वे लोजपा की जगह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे हैं। लोजपा के रवि पांडेय तथा रालोसपा की सुनीता देवी के मैदान में उतरने से चुनावी गणित उलझ गया है। 

मुख्य मुद्​दा

1. सिंचाई- नहरें तो हैं पिछले तीन साल से समय से पानी नहीं आने के चलते किसान इनके पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही नहर का पानी खेतों तक पहुंचे, इसकी भी समुचित व्‍यवस्‍था नहीं है। प्रमोद सिंह बताते हैं कि दो दर्जन नलकूप भी लगाए हैं। लेकिन छह को छोड़कर कोई भी नलकूप चालू हालत में नहीं है।
2: बाढ़- अन्‍य विधानसभा क्षेत्र की तरह कुचायकोट भी हर वर्ष गंडक नदी के कटाव और बाढ़ से प्रभावित होता है। सल्लेहपुर, काला मटिहिनिया, दुर्ग मटिहिनिनिया, सिपाया खास समेत आठ पंचायत के लोग परेशानी झेल रहे हैं। प्रतिवर्ष गंडक नदी का जलस्तर कम होने के बाद तेजी से कटाव शुरू होता है।
3: स्वास्थ्य- इतनी बड़ी आबादी के लिए विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए आधा दर्जन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक तैनात नहीं है । नतीजतन छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भी लोगों को जिला मुख्यालय जाना पड़ता है ।

4: गन्ना किसानों की है बड़ी समस्या- पिछले पांच साल से सासामुसा मिल की लगातार खराब होती हालत किसानों के लिए समस्या बन गई है। स्थिति यह है कि 2014 से अब तक 45 करोड़ से अधिक रुपये किसानों का बकाया है। अब तो इस गन्ना मिल के संचालन पर ही संकट मंडराने लगा है ।
5. उच्च शिक्षा- पूरे विधानसभा में उच्च शिक्षा के लिए एक भी कॉलेज की स्थापना आजादी के 73 साल भी नहीं की जा सकी है । जिसके चलते तमाम छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए पलायन करना पड़ता है ।

13 प्रत्‍याशी डटे हैं मैदान में

कुचायकोट विधानसभा सीट से कुल 13 प्रत्‍याशी मैदान में डटे हैं। इनमें कई निर्दलीय भी हैं। क्षेत्र के 3 लाख 22 हजार 879 मतदाता इनके भाग्‍य का फैसला करेंगे।

ये हैं प्रत्‍याशी

अमरेंद्र कुमार पांडेय- जदयू

काली प्रसाद पांडेय- कांग्रेस

रवि पांडेय- लोजपा

सुनीता देवी-रालोसपा

मोहाहिद रजा- बहुजन मुक्ति पार्टी

एसुब अनवर-भारतीय जननायक पार्टी

विनय राय-हिंदू समाज पार्टी

विश्‍वकर्मा शर्मा- अपना किसान पार्टी

सुधांशु पांडेय-निर्दलीय

अजीत चौबे-निर्दलीय

सुनील जायसवाल-निर्दलीय

सदमान अली-निर्दलीय

हरिनारायण सिंह-निर्दलीय

कब कौन जीते

2010 अमरेंद्र कुमार पांडेय जदयू आदित्‍य नारायण पांडेय राजद

2015 अमरेंद्र कुमार पांडेय जदयू काली प्रसाद पांडेय लोजपा

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