Bihar Inter Admission 2021: इंटर में नामांकन की बजी घंटी, जानें आवेदन की महत्वपूर्ण तिथियां

बिहार बोर्ड ने इंटर में नामांकन की घंटी बजा दी है। राज्य के अधिकांश इंटर कॉलेज एवं स्कूल इंटर की नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बिहार बोर्ड ने प्रथम चरण में सभी स्कूल-कॉलेजों से 13 जून तक सीट संकाय एवं विषय को लेकर आपत्ति मांगी है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 12:05 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 12:05 PM (IST)
Bihar Inter Admission 2021: इंटर में नामांकन की बजी घंटी, जानें आवेदन की महत्वपूर्ण तिथियां
बिहार के इंटर कॉलेज एवं स्कूल इंटर की नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना: बिहार बोर्ड ने इंटर में नामांकन की घंटी बजा दी है। राजधानी सहित राज्य के अधिकांश इंटर कॉलेज एवं स्कूल इंटर की नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बिहार बोर्ड ने इंटर में नामांकन के मद्देनजर प्रथम चरण में सभी स्कूल-कॉलेजों से 13 जून तक सीट, संकाय एवं विषय को लेकर आपत्ति मांगी है। उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

दसवीं का रिजल्ट जारी होने के बाद तत्काल इंटर में नामांकन की प्रकिया शुरू होती है। लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के कारण पहले से ही नामांकन में काफी विलंब हो गया है। वर्तमान में जैसे ही कोरोना की दूसरी लहर में कमी आई है, इंटर में नामांकन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि परीक्षा समिति ने इंटर में नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

13 जून तक दर्ज करा सकते हैं आपत्ति

प्रथम चरण में कॉलेजों की संकायवार सूची जारी कर दी गई है। कॉलेज 13 जून तक आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। उसके बाद छात्रों के आवेदन का मौका दिया जाएगा। छात्रों के आवेदन के आधार पर ही कॉलेजों में नामांकन होगा। नामांकन के लिए जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा। इस वर्ष कोई कॉलेज सीधे इंटर में नामांकन नहीं ले सकता है। बल्कि बिहार बोर्ड से चयनित छात्रों की सूची भेजने के आधारपर ही इंटर में नामांकन लेना होगा। 

आज से शुरू होगी मैट्रिक की कापियों की स्क्रूटनी

बिहार बोर्ड के तत्वावधान में शुक्रवार से मैट्रिक की कापियों की स्क्रूटनी प्रारंभ हो जाएगी। इसके लिए बोर्ड की ओर से पहले ही आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। 11 से 15 जून तक मैट्रिक की कापियों की स्क्रूटनी कराई जाएगी। इसके लिए केंद्र निदेशकों को पहले ही दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि स्क्रूटनी के दौरान कापी की दोबारा जांच नहीं की जाएगी। स्क्रूटनी के दौरान परीक्षार्थियों के अंक बढ़, घट या यथावत रह सकते हैं। अंकों के योग में कोई गड़बड़ी होगी तो उसे भी सुधारा जा सकता है। 

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