गजब: वेतन के लिए 25 साल का इंतजार, मोटी रकम पाकर बिहार में 848 कर्मचारियों के चेहरे खिले
विश्वास नहीं होता वेतन के लिए 25 साल तक करना पड़ा इंतजार बिहार में उद्योग विभाग के अंतर्गत तीन निगमों के 848 कर्मचारियों को मिले रुपए तो परिवार में मनी खुशियां उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा- जल्द होगा बकाया भुगतान
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Industry Department News: क्या किसी को अपना वेतन पाने के लिए 25 साल तक इंतजार करना पड़ सकता है? जी, हां... ऐसा संभव है। वह भी एक-दो लोगों को नहीं, बल्कि पूरे 848 कर्मचारियों को। वह भी सरकारी नौकरी में। उद्योग विभाग के अधीन कार्यरत राज्य हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प निगम, वस्त्र निगम तथा औषधि एवं रसायन विकास निगम के कर्मियों के लंबित वेतन के भुगतान की प्रक्रिया 25 वर्षों के बाद शुरू की गई है। गुरुवार को उद्योग भवन के सभागार में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने तीनों निगमों के 848 कर्मियों के बीच 29.85 करोड़ का वितरण किया। शेष 77.05 करोड़ रुपये का भुगतान शीघ्र ही किया जाएगा।
370 कर्मचारियों को पहली किस्त में मिले 14 करोड़ रुपए
हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प निगम के 370 कर्मियों के बीच प्रथम किस्त के रूप में 14 करोड़ रुपये दिए गए। औषधि एवं रसायन विकास निगम के 324 कर्मियों को 11.6 करोड़ लंबित वेतन की पहली किस्त के रूप में दिए गए। वहीं वस्त्र निगम के 54 कर्मियों को 4.25 करोड़ का वेतन भुगतान किया गया। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने 25 साल की नाइंसाफी को इंसाफ में बदला है। शेष बकाए का जल्द ही वितरण कर दिया जाएगा।
25 साल बाद उद्योग विभाग के तीन निगमों के कर्मियों को लंबित वेतन का भुगतान पहली किस्त के रूप में उद्योग मंत्री ने 848 कर्मियों के बीच 29.85 करोड़ रुपये का वितरण कियामहिला उद्यमियों के कार्यक्रम में पहुंचे थे उद्योग मंत्री
उद्योग मंत्री ने महिला उद्यमियों के संगठन वीमेन एंटरप्रेन्योर्स कोआपरेटिव सोसायटी के तीसरे स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि तीज के मौके पर महिला उद्यमियों का यह संगम अनूठा है। महिला उद्यमियों को जितनी भी मदद की जरूरत होगी उसके लिए विभाग तत्पर रहेगा। गुरुवार को कन्फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी उद्योग मंत्री से भेंट की। बिहार में उद्योग की संभावनाओं पर विमर्श किया।