बिहार सरकार करेगी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानकों की जांच, इन बातों का रखना होगा ध्यान

प्रदेश के सरकारी अस्पताल अग्नि सुरक्षा मानकों का कितना पालन कर रहे हैं सरकार अब इसकी जांच कराएगी। बिहार सरकार ने यह कदम उठाया है। सरकार ने भवन निर्माण विभाग को सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट करने का दायित्व सौंपा है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 11:40 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 11:40 AM (IST)
बिहार सरकार करेगी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानकों की जांच, इन बातों का रखना होगा ध्यान
बिहार के सरकारी अस्पताल अग्नि सुरक्षा मानकों की होगी जांच। प्रतीकात्मक तस्वीर।

सुनील राज, पटना: बिहार के सरकारी अस्पताल अग्नि सुरक्षा मानकों का कितना पालन कर रहे हैं सरकार अब इसकी जांच कराएगी। अस्पतालों में यदा-कदा लगने वाली आग से सबक लेते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। सरकार ने भवन निर्माण विभाग को सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट करने का दायित्व सौंपा है।

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर फैसला


पिछले महीने बिहार आपदा प्रबंध प्राधिकरण के सदस्य डॉ. यूके मिश्रा की अध्यक्षता में अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानकों को लेकर बैठक हुई थी। जिसमें देश के अलग-अलग अस्पतालों में लगने वाली आग का हवाला देकर बिहार के अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट की वकालत की गई थी।

भवन निर्माण विभाग ने ऑडिट के निर्देश दिए


प्राधिकरण के प्रस्ताव पर सरकार ने अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट कराने की जिम्मेदारी भवन निर्माण विभाग को सौंपी। अब विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। विभाग ने भवन निर्माण से जुड़े सभी अधीक्षक अभियंता, कार्यपालक अभियंताओं के नेतृत्व में फायर सेफ्टी ऑडिट होगा।

केस 1 : 21 अप्रैल 2020 - पीएमसीएच की इमरजेंसी में आग लगी, हालांकि समय पर अग्निशामक के पहुंचने से बड़ा हादसा टला।

केस 2 : 21 दिसंबर 2020 - पीएमसीएच के हथुआ वार्ड में भीषण आग लगी। समय रहते मरीजों का निकाला गया, समय पर अग्निशामक पहुंचा स्थिति नियंत्रण में आई।

केस 3 : 09 जनवरी 2021 - महाराष्ट्र के भंडारा में जिला अस्पताल के स्पेशन न्यू बोर्न केयर में भीषण आग लगी। अग्निकांड में 10 नवजातों की मौत हो गई।

- अग्नि सुरक्षा मानकों के पालन के लिए मिलेंगे अंक

- अंकों के आधार पर अस्पतालों की कि जाएगी रैंकिंग

केस 1 : 21 अप्रैल 2020 - पीएमसीएच की इमरजेंसी में आग लगी, हालांकि समय पर अग्निशामक के पहुंचने से बड़ा हादसा टला।

केस 2 : 21 दिसंबर 2020 - पीएमसीएच के हथुआ वार्ड में भीषण आग लगी। समय रहते मरीजों का निकाला गया, समय पर अग्निशामक पहुंचा स्थिति नियंत्रण में आई।

* केस 3 : 09 जनवरी 2021 - महाराष्ट्र के भंडारा में जिला अस्पताल के स्पेशन न्यू बोर्न केयर में भीषण आग लगी। अग्निकांड में 10 नवजातों की मौत हो गई।

- अग्नि सुरक्षा मानकों के पालन के लिए मिलेंगे अंक

- अंकों के आधार पर अस्पतालों की कि जाएगी रैंकिंग

16 बिंदुओं पर ऑडिट, सभी के लिए मिलेंगे अंक


भवन निर्माण की जानकारी के अनुसार अस्पतालों में सेफ्टी ऑडिट के दौरान 16 अलग-अलग बिंदुओं की जांच होगी। प्रत्येक बिंदु के लिए अंक निर्धारित किए गए हैं। जिनका योग 100 होगा। इन अंकों के आधार पर फायर मानकों के लिए अस्पतालों की रैंकिंग होगी। कहीं कमी पाए जाने पर उन्हें दुरुस्त करने के प्रयास भी होंगे।

इन प्रमुख बिंदुओं पर होगा ऑडिट :


* विद्युत प्रणालियों पर भार, अग्नि शमन की व्यवस्था

* अस्पतालों से अनुपयोगी कबाड़ की स्थिति

* आने-जाने वाले रास्ते में कहीं किसी प्रकार की रुकावट तो नहीं

* अस्पताल में अलार्म सिस्टम, कॉल, हूटर की व्यवस्था

* उचित अग्नि और निकासी संकेत

* आवश्यक अग्निशमक यंत्र और फायर वॉल का प्रबंध

* अस्पतालों में फायर रिस्पांस प्लान तैयार करना

* अस्पतालों में प्रत्येक छह महीने पर आग से बचाव का मॉक ड्रिल करना

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