Covid 19 Third Wave Alert in Bihar: कोरोना से लड़ने बन रही ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम
Covid 19 Third Wave Alert in Bihar कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है। इस क्रम में ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जा रही है। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा 18 हजार से अधिक कार्यकर्ता सूचीबद्ध किए गए
पटना, राज्य ब्यूरो। विशेषज्ञ और डाक्टर देश में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की आशंका जता रहे हैं। बिहार भी इस अंदेशा से वाकिफ है। नतीजतन स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर का सामना करने के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (Rural Health Workers) की टीम बना रहा है। अब तक करीब 18 हजार स्वास्थ्य कार्यकर्ता सूचीबद्ध किए गए हैं। इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को विभाग सबसे पहले प्रशिक्षित कराएगा। उसके बाद ये ग्रामीण क्षेत्रों में तीसरी लहर की रोकथाम के लिए काम करेंगे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिलाया जाएगा प्रशिक्षण
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सूची सिविल सर्जनों को भेजी जा रही है। वे अपने इलाके के चयनित कार्यकर्ता के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (Primary Health Center) में प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे। प्रशिक्षित होने के बाद इनका मुख्य काम कोरोना मरीजों की पहचान और होम आइसोलेशन वाले मरीजों का सहयोग करना होगा। औसतन हर पंचायत में दो-तीन स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैनात किए जाएंगे। इन्हें इन्फार्मर सह ट्रीटमेंट सपोर्टर (Informer cum Treatment Supporter) माना जाएगा। विभाग की जानकारी के अनुसार, मरीजों की पहचान से लेकर उन्हें सहयोग करने पर प्रति मरीज दो सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो सीधे इनके बैंक खाते में आरटीजीएस की जाएगी।
सतर्क रहें आक्सीजन उत्पादन इकाइयां: शाहनवाज
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को आक्सीजन उत्पादन व रिफिलिंग में लगी इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग से बैठक की। इस दौरान उद्योग मंत्री ने कहा कि कोरोना के तीसरे लहर की आशंका को ध्यान में रख राज्य के सभी आक्सीजन उत्पादन व रिफिलिंग इकाइयां सतर्क रहें। आक्सीजन की रिफिलिंग से जुड़ी इकाइयों के प्रतिनिधियों ने उद्योग मंत्री को यह आश्वस्त किया कि आपूर्ति निर्बाध रूप से होगी।
मंत्री ने कहा-सरकार करेगी हरसंभव मदद
उद्योग मंत्री ने इन इकाइयों को भरोसा दिलाया कि उद्योग विभाग उनकी हर संभव मदद को तैयार रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में चल रही आक्सीजन उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2021 के सिंतबर तक प्रभावी है। इस योजना का लाभ, जो उद्यमी उठाना चाहें वे आवेदन कर सकते हैैं। इस नीति के तहत आवेदन करने वाली नौ इकाइयों को राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद से स्टेज-1 का क्लियरेंस मिल चुका है। इन सभी इकाइयों के स्थापित होने से राज्य में 6,728 लाख रुपये के निवेश की संभावना है।