Bihar Doctor Recruitment: बिहार में डॉक्‍टर बनने का मौका आज, सिर्फ एक इंटरव्‍यू देकर करें सरकारी नौकरी

Bihar Doctor Recruitment बिहार के अस्‍पतालों में डॉक्‍टरों की कमी दूर करने के लिए सोमवार से राज्य में संविदा पर एक हजार डॉक्टरों के नियोजन के लिए वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए पहले से आवेदन देने की कोई जरूरत नहीं है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:50 AM (IST)
Bihar Doctor Recruitment: बिहार में डॉक्‍टर बनने का मौका आज, सिर्फ एक इंटरव्‍यू देकर करें सरकारी नौकरी
बिहार में डॉक्‍टरों की बहाली आज से होगी शुरू। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Government Hospital Doctor Recruitment: कोरोना संक्रमण के बीच बिहार के अस्‍पतालों में डॉक्‍टरों की कमी दूर करने के लिए सोमवार से राज्य में संविदा पर एक हजार डॉक्टरों के नियोजन के लिए वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए पहले से आवेदन देने की कोई जरूरत नहीं है। सभी जरूरी दस्‍तावेजों के साथ योग्‍य अभ्‍यर्थी सीधे साक्षात्‍कार में शामिल हो सकेंगे। केवल साक्षात्‍कार के आधार पर ही चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

आज के बाद इन तीन तारीखों को भी मिलेगा मौका

10 मई के बाद 14 मई, 17 मई और 21 मई को भी वॉक इन इंटरव्यू होंगे। इसके बाद भी पद नहीं भरे तो प्रत्येक सोमवार को इंटरव्यू लिया जाएगा। इंटरव्यू के लिए जिलों में जिला स्वास्थ्य समिति और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अधीक्षक के कार्यालय को चुना गया है। संविदा पर नियोजित डॉक्टरों को मानदेय के रूप में 65 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे।

एमबीसीएस की डिग्री वाले आजमा सकते किस्‍मत

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार संविदा पर सामान्य चिकित्सक के रूप में नियोजित होने वाले डॉक्टरों के लिए शैक्षणिक योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री होगी। नियोजन में आरक्षण रोस्टर का पूरा पालन किया जाएगा। इसके अलावा डॉक्टरों की मेधा सूची भी बनेगी। जिसका निर्धारण एमबीबीएस में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा। डॉक्टर नियोजन के लिए आज से वॉक इन इंटरव्यू 14, 17 के बाद 21 मई को भी होगा वॉक इन इंटरव्यू, पद नहीं भरे तो हर सोमवार को को चलेगी यह प्रक्रिया

कमेटी में होंगे ये अधिकारी

स्वास्थ्य विभाग ने नियोजन के लिए दो कमेटी गठित की हैं। जिला में असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी होगी। जिसमें अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और डीएम द्वारा नामित एक एससी-एसटी के अधिकारी सदस्य होंगे। जबकि मेडिकल कॉलेज में कमेटी प्राचार्य की अध्यक्षता में होगी। जिसमें अधीक्षक, मेडिसीन विभाग के अध्यक्ष और प्राचार्य द्वारा नामित एससी-एसटी के एक पदाधिकारी रहेंगे।

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