मिथिलांचल परिषद बनाने की मांग पर बिहार सरकार ने दिया जवाब, दरभंगा बस स्टैंड का होगा हस्तांतरण
Bihar Legislature Monsoon Session बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। सत्र के आखिरी दिन सदन में कई मसलों पर चर्चाएं हुईं। इस दौरान मिथिलांचल के विकास के लिए परिषद बनाने की मांग भी उठी।
पटना, जागरण टीम। Bihar Legislature Monsoon Session: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। सत्र के आखिरी दिन सदन में कई मसलों पर चर्चाएं हुईं। इस दौरान मिथिलांचल के विकास के लिए परिषद बनाने की मांग भी उठी। भाजपा के नीतीश मिश्रा के इस प्रस्ताव को योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने खारिज किया, जिसमें मिथिलांचल के समग्र विकास के लिए एक परिषद बनाने की मांग थी। मंत्री ने कहा कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। विधायक राजेश कुमार गुप्ता के गैर-सरकारी संकल्प पर खनन मंत्री जनक राम ने कहा कि रोहतास में क्रशर मशीन चलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
दरभंगा बस स्टैंड का हस्तांतरण
भाजपा के संजय सरावगी के गैर-सरकारी संकल्प पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार दरभंगा बस स्टैंड का स्वामित्व नगर विकास विभाग को हस्तांतरित कर देगी। फिलहाल यह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधीन है। सरावगी का कहना था कि दरभंगा का बस स्टैंड महत्वपूर्ण है। ढंग से रख रखाव नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है।
मानसून सत्र का हुआ समापन
बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र का शुक्रवार को समापन हो गया। कोविड संक्रमण को देखते हुए सरकार ने इस बार केवल पांच दिनों का सत्र बुलाया था। यह सत्र काफी संक्षिप्त होने के बाद भी पिछले साल की अपेक्षा बड़ा था, क्योंकि पिछले साल मानसून सत्र केवल एक दिन का ही हुआ था। इस बार मानसून सत्र के आखिरी दिन तक पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध लगातार बना रहा। सत्र तीन दिन गुजरने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के साथ बैठक कर सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग मांगा। सत्र के आखिरी दिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके कक्ष में जाकर मुलाकात की। उनके साथ बड़े भाई तेज प्रताप यादव, कांग्रेस नेता अजीत शर्मा आदि भी थे।