बिहार गोपालगंज शराबकांडः फैसला सुनते ही छलकीं मृतकों के स्वजनों की आंखें, बोले-अब मिला न्याय

खजुरबानी शराब कांड में आरोपित नौ दोषियों को फांसी तथा चार महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जहरीली शराब कांड में मारे एक चारोंं लोगों के स्वजनों की आंखें छलक गईं। इन्हें अपने को खोने का गम अब भी है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 05:21 PM (IST)
बिहार गोपालगंज शराबकांडः फैसला सुनते ही छलकीं मृतकों के स्वजनों की आंखें, बोले-अब मिला न्याय
खजुरबानी मोहल्ले में जहरीली शराब पीने से मांझा प्रखंड के चार लोगों की भी मौत हो गई थी।

संवाद सूत्र, मांझा (गोपालगंज) : गोपालगंज के खजुरबानी मोहल्ले में जहरीली शराब पीने से मांझा प्रखंड के अलग अलग गांवों के चार लोगों की भी मौत हो गई थी। शुक्रवार को न्यायालय के खजुरबानी शराब कांड में आरोपित नौ दोषियों को फांसी तथा चार महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जहरीली शराब कांड में मारे एक चारोंं लोगों के स्वजनों की आंखें छलक गईं। इन्हें अपने को खोने का गम अब भी है, लेकिन इस बात को लेकर संतोष है कि दोषियों को उनकी करनी की सजा मिल गई। मृतकों के स्वजनों ने कहा कि अब जाकर न्याय मिला है। हालांकि इन्हें इस बात का दुख भी कि सरकार से मिलने वाली मुआवजा राशि उन्हें नहीं मिली। खजुरबानी शराब कांड के बाद सरकार ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। मांझा प्रखंड के विभिन्न गांवों के खजुरबानी में जहरीली शराब पीने से मारे गए चार लोगों में से किसी के भी स्वजन को मुआवजे की राशि नहीं मिल सकी।

अस्पताल पहुंचने से पहले हुई थी मौत

15 अगस्त 2016 को मांझा प्रखंड के पिपरा गांव निवासी उमेश राम, इसी गांव के निवासी मुन्ना मियां सहित अगल बगल के दो और लोग गोपालगंज शहर में किसी काम से आए थे। देर शाम चारों लोगों ने खजुरबानी मोहल्ले में जाकर शराब पी। इसके बाद इनकी हालत बिगड़ गई। किसी तरह से ये चारों लोग अपने घर पहुंचे। तबीयत काफी बिगड़ने पर स्वजन इन्हें सदर अस्पताल ले जाने लगे। अस्पताल पहुंचने से पहले इन उमेश राम, मुन्ना मियां सहित चारों लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार को खजुरबानी शराबकांड में न्यायालय द्वारा नौ दोषियों को फांसी तथा चार महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाने के बाद मृतकों के स्वजनों के आंखों से आंसू छलक गए।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा परिवार

जहरीली शराब पीने से मारे गए पिपरा गांव निवासी उमेश राम की पत्नी रेशमी देवी ने बताया कि पति की मौत के बाद से वे लोग आर्थिक तंगी से जुझ रहे हैं। दोनों बेटियों की अभी शादी नहीं हुई है। जहरीली शराब पीने से मारे गए पिपरा गांव के ही मुन्ना मियां की मां तलबुन नेशा की दोषियोंं को सजा सुनाई जाने की जानकारी मिलने पर उनके आंखों से आंसू छलक गए। मुन्ना मियां ने दो शादियां की थीं। उनकी मौत के बाद दोनों पत्नियां अपने मायके चली गईं। तलबुन नेशा ने कहा कि अपने बेटे के खोने का दर्द आज भी सीने मेंं है, लेकिन इस बात का संतोष है कि दोषियों को सजा मिल गई। अब जाकर न्याय मिला है। 

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