Bihar Flood Alert: मूसलाधार बारिश से उफना रहीं नदियां, कई जिलों में हो गई है बाढ़ जैसी स्थिति

लगातार बारिश से बिहार में नदियां उफान पर। गोपालगंज में 26 हजार की आबादी प्रभावित। कोसी और बूढ़ी गंडक के खगडिय़ा जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश। सारण के तरैया में माधोपुर जमींदारी बांध के स्लुइस गेट में रिसाव से अफरातफरी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:44 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:44 AM (IST)
Bihar Flood Alert: मूसलाधार बारिश से उफना रहीं नदियां, कई जिलों में हो गई है बाढ़ जैसी स्थिति
गोपालगंज में बाढ़ से 26 हजार आबादी प्रभावित। फाइल फोटो

पटना, जागरण टीम। लगातार बारिश के बीच राज्य में  गंगा, बूढ़ी गंडक, गंडक, बागमती व कोसी समेत कई नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। गोपालगंज में गंडक का पानी छह प्रखंडों के 62 गांवों में प्रवेश कर गया है। इससे 26 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है। शुक्रवार की शाम एनडीआरएफ ने वहां मोर्चा संभाल लिया है। वहीं कुचायकोट, सदर प्रखंड, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड के 40 गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। उधर सारण के तरैया में माधोपुर जमींदारी बांध के स्लुइस गेट में रिसाव से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। वहीं बिहारशरीफ में पंचाने को छोड़ अन्य नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है।  

दरभंगा के हायाघाट में बागमती के जलस्‍तर में वृद्धि

इधर, खगडिय़ा में बागमती स्थिर है, जबकि हायाघाट में वह बढ़ रही है। कोसी और बूढ़ी गंडक के खगडिय़ा जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई है। बीते 24 घंटे के दौरान शनिवार सुबह तक बलतारा मेंं 51.8 और खगडिय़ा में 42.6 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे कोसी भी अब रफ्तार पकड़ रही है। खगडिय़ा के बलतारा में कोसी का जलस्तर शनिवार को 32.76 मीटर दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में कोसी के जलस्तर में 33 सेमी की वृद्धि हुई है। 

गंडक का जलस्‍तर घटा लेकिन समस्‍या यथावत 

वहीं उत्तर बिहार के कई क्षेत्रों में शनिवार को भी तेज हवा के साथ बारिश हुई। चंपारण के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मेंं परेशानी बरकरार रही। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर शनिवार को 1.35 लाख क्यूसेक रहा। नदी में पानी घटने के बाद जलजमाव की समस्या बरकरार है। नौतन प्रखंड में 500 से अधिक परिवार चंपारण तटबंध पर शरण लिए हैैं। पिपरा-पिपरासी तटबंध के तीन किमी से पांच किमी के बीच बांध की पटरी पर करीब दो दर्जन स्थानों पर दबाव बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों ने अभी दो दिन और भारी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में 

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