Bihar Flood Alert: बिहार के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात, सीएम नीतीश ने की केंद्र से बात

Flood in Bihar बिहार के 12 जिलों में बाढ़ की स्थिति। हर दो घंटे पर समीक्षा। बक्सर भोजपुर वैशाली पटना बेगूसराय समस्तीपुर खगडिय़ा व भागलपुर में अधिक असर

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 09:20 PM (IST) Updated:Sat, 21 Sep 2019 10:11 PM (IST)
Bihar Flood Alert: बिहार के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात, सीएम नीतीश ने की केंद्र से बात
Bihar Flood Alert: बिहार के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात, सीएम नीतीश ने की केंद्र से बात

पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्र से फरक्का बराज के कारण बिहार में गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी पर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि  फरक्का बराज से समुचित जलश्राव को सुनिश्चित कराया जाए। पानी नहीं निकलने की स्थिति में बिहार में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की उच्च स्तरीय टीम फरक्का के लिए रवाना हो गई है। उन्हें वहां प्रतिनियुक्त कर दिया गया है। बता दें कि गुरुवार को पटना से सटे गंगा घाटों को सीएम नीतीश कुमार ने निरीक्षण किया था, वहीं शुक्रवार को एरियल सर्वे किया था। 

यह है स्थिति

19 सितंबर को फरक्का बराज का पौैंड लेबल 22.64 मीटर था जो 21 सितंबर को बढ़कर 23.20 मीटर हो गया। यह दर्शाता है कि फरक्का बराज से गंगा नदी का समुचित जलश्राव नहीं हो रहा। पानी निकलने से गंगा के किनारे के इलाके में जलस्तर कम जाएगा। फरक्का बराज में 109 गेट है जिसमें से केवल पचास फीसदी गेट ही खुले हैैं। ऐसे में पानी नहीं निकल रहा। गंगा के डिस्चार्ज के गणित के आधार पर पानी निकलने की व्यवस्था काम नहीं कर रही।

हर दो घंटे पर हो रही उच्चस्तरीय समीक्षा

गंगा के बढ़े जलस्तर की वजह से उत्पन्न स्थिति पर हर दो घंटे पर उच्चस्तरीय समीक्षा हो रही। मुख्यमंत्री ने शनिवार को को भी पूरी स्थिति पर अधिकारियों से बात की। विगत चार दिनों के जल स्तर की समीक्षा में यह बात सामने आई कि फरक्का बराज से गंगा का समुचित जलश्राव नहीं होने की वजह से बारह जिलों में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

केंद्रीय जल आयोग व जलशक्ति मंत्रालय से भी बात

तीन दिन पहले फरक्का बराज से समुचित जलस्राव को ले केंद्रीय जल आयोग व जलशक्ति मंत्रालय से भी राज्य सरकार ने अनुरोध किया था। फरक्का बराज का नियंत्रण  बराज कंट्रोल बोर्ड द्वारा किया जाता है। यह केंद्रीय जल आयोग की देखरेख में काम करता है। लंबी अवधि से राज्य सरकार यह बात कहती रही है कि  फरक्का बराज के संचालन बोर्ड में बिहार के इंजीनियरों को भी शामिल किया जाए।

बक्सर में सामुदायिक रसोई शुरू

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि सरकार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। बाढ़ पीडि़तों के लिए बक्सर में कम्यूनिटी किचेन आरंभ हो गया है। इसी तरह सभी प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि पर्याप्त संख्या में नाव मुहैया कराए जाएं।

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