चीन को उसी की भाषा में समझाने लगे जीतन राम मांझी, तो देखकर चौंके लोग; पूछने लगे ये सवाल
Bihar Politics बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संयोजक जीतन राम मांझी ने मंगलवार को चीन को उसी की भाषा में समझा दिया। उन्होंने अपने क्षेत्र से जुड़ा एक मसला उठाते हुए चीन का नाम लिया।
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संयोजक जीतन राम मांझी ने मंगलवार को चीन को उसी की भाषा में समझा दिया। उन्होंने अपने क्षेत्र से जुड़ा एक मसला उठाते हुए चीन का नाम लिया। उनका ट्वीट देख कर ढेर सारे लोग हैरान हो गए। बहुत से लोगों को तो समझ में ही नहीं आया कि उन्होंने आखिर लिखा क्या है? लोग उनसे पूछने लगे कि उन्होंने आखिर लिखा क्या है? इसके बाद मांझी ने अपनी बात को दोबारा हिंदी में भी ट्वीट किया। दरअसल, मांझी ने चीन में एक भारतीय छात्र की हत्या का मसला उठाया था। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति का भी जिक्र किया।
चीन के राष्ट्रपति से मांझी ने की ये मांग
मांझी का यह ट्वीट चीनी भाषा में था। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए तियानजिन फॉरेन स्टडीज यूनिवर्सिटी के छात्र नागासन अमन की हत्या की उच्च स्तरीय जांच कराने और शव को अविलंब भारत भेजने की मांग की। मांझी ने यह भी कहा कि मारा गया छात्र बिहार के गया जिले का रहने वाला था। उन्होंने अपने ट्वीट में भगवान बुद्ध का भी जिक्र किया। उनके ट्वीट में चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के अलावा भारत में पीएमओ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग किया गया है।
मांझी के ट्वीट पर चुटकी लेने लगे यूजर
उनके ट्वीट को देखकर बाबू लाल यादव नाम के यूजर ने पूछा कि ये कौन सी भाषा है? ऋषव यादव ने पूछा कि चाइनीज भाषा क्यों लिखने लगे तो किंग शादाम नाम के यूजर्स ने चुटकी लेते हुए लिखा कि क्योंकि चीन के लोग भोजपुरी और हिंदी नहीं जानते हैं। माधव आर नाम के यूजर ने पूर्व मुख्यमंत्री की आइटी टीम पर चुटकी लेते हुए कहा कि दिमाग तो अच्छा लगाया है, लेकिन सुबह ओलिंपिक खिलाड़ी से जुड़ी ट्वीट में गलती कर दी थी। अमन कुमार सिंह ने मांझी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे एक मात्र राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने ये मसला उठाया।