बिहार: कोरोना काल में पंचायत चुनाव की तैयारियाें में लगा निर्वाचन आयोग, सुरक्षित मतदान को ले जिलों से मांगे सुझाव
बिहार में कोरोना काल में पंचायत चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग तैयरियों में लगा हुआ है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा देते हुए सुरक्षित मतदान तथा अन्य मुद्दों को ले कर आयोग ने जिलों से सुझाव मांगे हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Panchayat Election बिहार में 2.85 लाख पदों के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) से बचाव को लेकर पंचायत चुनाव में बूथों का गठन नए मानकों के अनुसार किया जाएगा। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए बूथों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस बीच राज्य निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने रविवार को सभी जिलों के जिलाधिकारियों (DM) से कई तरह के सुझाव मांगे हैं। कोरोना की चुनौतियों को देखते हुए आयोग ने जिलों से पूछा है कि कितने चरणों में चुनाव कराना अच्छा होगा? अनुमंडल स्तर पर ईवीएम वेयर हाउस की क्या व्यवस्था हो सकती है? सुरक्षित मतदान के लिए कितने केंद्रीय पुलिस बल (सीपीएफ) की जरूरत होगी? मार्च से मई तक चुनाव होना है।
बूथ व वज्रगृह पर प्रस्ताव भेजने का निर्देश
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र पासवान ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर बूथों की संख्या निर्धारण और वज्रगृह यानी ईवीएम वेयर हाउस बनाए जाने पर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है।
इस बार नौ चरणों में मतदान का प्रस्ताव
बता दें कि 2016 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 10 चरणों में सभी 38 जिलों में चुनाव संपन्न हुआ था। इस बार आयोग ने नौ चरणों में अधिकतम कार्यक्रम तय कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। त्रिस्तरीय पंचायतों में 2.58 लाख पदों पर चुनाव होना है।
जाने किस श्रेणी के कितने पद
इस बार चुनाव में जिला परिषद सदस्य के 1161, पंचायत समिति सदस्य के 11497, ग्राम पंचायत मुखिया के 8386, ग्राम कचहरी सरपंच के 8386, ग्राम पंचायत सदस्य के 1.14 लाख पद हैं। ग्राम कचहरी पंच के लगभग 1.14 लाख हैं।
सात सौ मतदाताओं पर एक बूथ
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पंचायत चुनाव में बूथों का गठन नए मानकों के अनुसार किया जाएगा। पंचायत चुनाव में एक बूथ पर सात सौ से अधिक मतदाता होने पर नए सहायक बूथ बनाने की योजना है। पंचायत चुनाव के लिए फिलवक्त 1.19 लाख बूथ हैं। आगामी चुनाव के पहले आयोग द्वारा बूथों के पुनर्गठन का प्रस्ताव जिलों से मांगने की तैयारी है।