Bihar Election 2020: महिलाओं ने खूब किया मतदान, जानिए क्या है इसके पीछे का संदेश
सरकार बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने में इस बार महिलाओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पेशे से शिक्षिका सुनीता पाण्डेय के मुताबिक हाल के दशक में बिहारी समाज में महिलाओं की पहचान बनी है। मताधिकार के जरिए महिलाएं इसे कायम रखना चाहती हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गोद में बच्चे संभालती महिलाएं भी बूथों पर नजर आईं। महिलाओं में कोविड-19 का कोई खास भय भी नहीं दिखाई दिया। वे पूरे उत्साह से मताधिकार का इस्तेमाल करती दिखीं। बड़ी संख्या में बुर्जुग महिलाएं भी वोट देने घरों से निकलीं।
सरकार बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने में इस बार महिलाओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पेशे से शिक्षिका सुनीता पाण्डेय के मुताबिक हाल के दशक में बिहारी समाज में महिलाओं की पहचान बनी है। मताधिकार के जरिए महिलाएं इसे कायम रखना चाहती हैं। यही वजह है कि पहले चरण के चुनाव में महिलाओं की भागीदारी हर बूथ पर देखने को मिली है। महिलाओं की यह भागीदारी शेष चुनावों में और होगी।
मतदान में 'यूथ फैक्टर' का जादू
इस बार चुनाव में शिक्षा और रोजगार भी बड़ा मुद्दा है। यही वजह है कि बूथों पर युवा मतदाताओं की ठीक ठाक संख्या दिखी। चुनाव विश्लेषक यह मान रहे हैं कि इस बार चुनाव में 'यूथ फैक्टर' बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है। चुनाव विश्लेषकों की मानें तो 2000 के बाद जो युवा मतदाता बने हैं उनकी भूमिका इस चुनाव में विशेष होगी।
महिला मतदाताओं की लंबी कतारें
यही युवाओं की भीड़ बूथों पर दिख रही हैं। इसी तरह पिछले 15 सालों में जो लड़कियां शिक्षा हासिल कर आगे बढ़ रही हैं वो मतदाता के रूप में चुनाव में बड़े उत्साह से भाग ले रही हैं। पिछले दशक में बड़ी संख्या में महिलाएं रोजगार से जुड़ी हैं, आत्मनिर्भर बनी हैं वो मतदाता के रूप में चुनाव में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। आंगनबाड़ी सेविका लता देवी के मुताबिक बूथों पर महिला मतदाताओं की लंबी कतारें यह जता रही हैं कि अपने मताधिकारों को लेकर पुरुषों के मुकाबले में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। हम हर काम मेें बराबर हैं।