Bihar Election 2020: विधान सभा चुनाव की रणभेरी बजते ही सीट फाइनल करने में जुटे गठबंधन
Bihar Assembly Election 2020 चुनाव तिथियों की घोषणा के साथ ही भाजपा के बिहार प्रभारी दिल्ली पहुंचे रवाना । महागठबंधन में राजद कांग्रेस और वीआइपी के बीच तो राजग में भाजपा जदयू और लोजपा के बीच सीट बंटवारे पर शीघ्र निर्णय के आसार ।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020 : विधानसभा चुनाव (Assembly Polls) की तिथियां घोषित होते ही बिहार में राजनीतिक गतिविधियां और तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) के साथ महागठबंधन (Grand Alliance) के घटक दलों (Allies) पर हिस्सेदारी (seat sharing) तय करने का दबाव बढ़ गया है। पार्टी प्रत्याशियों (Party Candidates) के साथ गठबंधन (Alliance) में शामिल दलों के नेता भी एक-दूसरे पर लगातार स्थिति स्पष्ट करने की ओर ध्यान आकृष्ट कर रहे हैं। इस बीच बिहार में कैंप कर रहे भाजपा (BJP) के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) शनिवार (Saturday) को दिल्ली (Delhi) रवाना हो गए।
राजग (NDA) के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि भाजपा-जदयू (BJP-JDu) और लोजपा (LJP) के बीच सीट बंटवारे को लेकर असमंजस की स्थिति अब नहीं रहेगी। जदयू के शीर्ष नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव आरसीपी सिंह दिल्ली में जमे हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि शीघ्र ही भाजपा, जदयू और लोजपा के नेता सीटों बंटवारे का मसला सुलझा लेंगे।
राजद ने भी तैयार किया सीट बंटवारे का फॉर्मूला
उधर, महागठबंधन में कांग्रेस 2015 के चुनाव वाले 41 सीटों के अलावा कुछ जदयू कोटे की सीटों पर तैयारी कर रही है। राजद ने भी प्रत्याशियों के चयन के साथ ही कांग्रेस और वीआइपी पार्टी के साथ सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और अजय कपूर प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के साथ सीट और प्रत्याशी के चयन प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने में जुटे हैं। शनिवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अवनिाश पांडे्य पटना पहुंचते ही मीडिया से कहा कि उन्हेें तेजस्वी के सीएम फेस से कोई समस्या नहीं है। बस सम्मानजनक सीट मिलनी चाहिए ।
तेजस्वी को हटाने की शर्त
कुशवाहा की तेजस्वी यादव के नेतृत्व और सीटों के बंटवारे पर कोई फैसला न किए जाने से महागठबंधन के दोनों प्रमुख दलों राजद और कांग्रेस से नाराज हैं। जानकार बता रहे हैं कि रालोसपा के एनडीए का हिस्सा बनने को तैयार है। हालांकि अभी तक कुशवाहा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।