Bihar B.Ed./ STET News: बिहार में बीएड ऐंट्रेंस टेस्‍ट का शेड्यूल तय, TET सर्टिफिकेट अब पूरी जिंदगी वैध

Bihar B.Ed./ STET News बीएडसीईटी (बीएड कामन एंट्रेंस टेस्ट) में प्राप्त अंक के आधार पर ही बीएड कॉलेजों में नामांकन होगा। इसके लिए राज्य के 11 शहरों में परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने शिक्षक बहाली से जुड़ा एक और बड़ा फैसला भी लिया है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 09:13 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 09:33 PM (IST)
Bihar B.Ed./ STET News: बिहार में बीएड ऐंट्रेंस टेस्‍ट का शेड्यूल तय, TET सर्टिफिकेट अब पूरी जिंदगी वैध
बिहार में शिक्षक प्रशिक्षण और बहाली से जुड़े दो बड़े फैसले। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। बिहार के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों के दो वर्षीय कोर्स में नामांकन के लिए एक लाख 36 हजार 771 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें 75 हजार 524 पुरुष, 61 हजार 238 महिला और नौ ट्रांसजेंडर शामिल हैं। वहीं शिक्षा शास्त्री कोर्स में नामांकन के लिए 225 आवेदन मिले हैं। बीएडसीईटी (बीएड कामन एंट्रेंस टेस्ट) में प्राप्त अंक के आधार पर ही बीएड कॉलेजों में नामांकन होगा। इसके लिए राज्य के 11 शहरों में परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने शिक्षक बहाली से जुड़ा एक बड़ा फैसला भी लिया है।

पटना के केंद्रों पर 40828, मुजफ्फरपुर में 16455 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा

बीएडसीईटी के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने बताया कि आरा केंद्र के लिए 9398, भागलपुर के लिए 10,141, छपरा के लिए 4756, दरभंगा के लिए 13407,  गया के लिए 15550, मधेपुरा के लिए 8741,  मुंगेर के लिए  4444,  मुजफ्फरपुर के लिए 16455,  पटना के लिए 40828, पूर्णिया के लिए 8504 तथा हाजीपुर केंद्र के लिए 4547 अभ्यर्थिंयों ने आवेदन किया है। 11 जुलाई को परीक्षा की तिथि प्रस्तावित है।

टीईटी सर्टिफिकेट की आजीवन वैधता की अधिसूचना जारी

शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक नियुक्ति के लिए टीईटी उत्तीर्णता प्रमाण-पत्र की वैधता आजीवन होने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई। विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज के हस्ताक्षर से शुक्रवार को निर्गत अधिसूचना में कहा गया है कि वर्ष 2012 में शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की वैधता, जो पूर्व में सात वर्ष थी, को आजीवन वैध किया जाता है।

इससे पहले राष्ट्रीय अध्यापक परिषद द्वारा इस आशय का आदेश जारी कर चुका है। यहां बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण परिषद ने अपनी 50वीं जनरल बाडी मीटिंग में इस आशय के गाइड लाइन पर निर्णय लिया था कि पहले सात वर्ष की अवधि तक टीईटी का प्रमाण-पत्र मान्य था, जिसकी मान्यता अब आजीवन की जा रही है।

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