Bihar Economic Survey: 2030 तक साक्षर होगा बिहार का हर व्यक्ति, आर्थिक सर्वे से जगी उम्मीद
2030 तक संपूर्ण साक्षरता के करीब होगा बिहार अगले एक दशक में साक्षरता दर में बड़ी उछाल की संभावना स्कूली शिक्षा में सुधार हेतु नीति आयोग के इंडेक्स को बिहार सरकार आधार बना रही है प्रारंभिक और समावेशी शिक्षा को तवज्जो दे रही है।
पटना, दीनानाथ साहनी। हाल के वर्षों में बिहार की नीतीश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अ'छा-खासा सुधार किया है। यही रफ्तार रही तो 2030 तक बिहार संपूर्ण साक्षरता के करीब होगा। अगले एक दशक में प्रदेश की साक्षरता में तेज वृद्धि के आसार हैं। इसमें नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की बड़ी भूमिका होगी। आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य सरकार शिक्षा में राज्यव्यापी सुधार और सबको शिक्षा से जोड़ने के मिशन पर काम कर रही है।
बिहार के स्कूलों में बेहतर हो रहा नामांकन अनुपात
स्कूली शिक्षा में सुधार हेतु नीति आयोग के इंडेक्स को बिहार सरकार आधार बना रही है। प्रारंभिक और समावेशी शिक्षा को तवज्जो दे रही है। इससे वंचित तबकों के विद्यार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। नामांकन अनुपात तेजी से बढ़ा है और छीजन दर महज 1.89 फीसद रह गई है। राज्य सरकार सौ फीसद नामांकन सुनिश्चित करने के साथ छीजन दर को शून्य पर लेने जाने की जतन में जुटी है। एक दशक में यह प्रदेश संपूर्ण साक्षरता का लक्ष्य पाने के बेहद होगा।
नई गणना में प्रदेश की साक्षरता दर 80 फीसद पार करने की उम्मीद
2001 में प्रदेश की साक्षरता दर 47 फीसद थी, लेकिन उसके बाद तेजी से सुधार हुआ और एक दशक में 14.80 फीसद की उछाल आई। 2011 में प्रदेश की साक्षरता 61.80 फीसद हो गई। जबकि 2001 से 2011 के बीच बिहार की तुलना में राष्ट्रीय साक्षरता दर में 9.2 फीसद की वृद्धि रही। उम्मीद है कि 2021 में राष्ट्रीय साक्षरता दर की गणना हुई तो बिहार की साक्षरता दर 80 फीसद को पार कर सकती है।
महिला साक्षरता दर में तेजी से वृद्धि
2001 में प्रदेश में महिला साक्षरता दर 33 फीसद थी, जो वर्ष 2011 में बढकर 53 फीसद पहुंच गई। इस प्रकार 2001 से 2011 के बीच महिला साक्षरता दर ने 20 फीसद की छलांग लगाई। महिला साक्षरता में वृद्धि के कारण केंद्र ने बिहार को पुरस्कृत भी किया है। 2021 की जनगणना रिपोर्ट सामने आई तो बिहार महिला साक्षरता दर में देश के चुनिंदा राज्यों में एक रहेगा।
पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. रास बिहारी सिंह का कहना है कि शैक्षणिक कार्यक्रमों के क्रियान्वयन से प्रदेश की साक्षरता दर तेजी से बढ़ रही है। नई गणना में राज्य की साक्षरता दर 80 फीसद को पार कर जाएगी। अगले एक दशक में सौ फीसद के करीब रहेगी। संपूर्ण साक्षरता का लक्ष्य हासिल करने में बड़ी बाधा ये है कि अभी भी राज्य में 40 आयुवर्ग या इससे ज्यादा उम्र की एक बड़ी आबादी साक्षर नहीं है।